क्या राहुल गांधी के वोट चोरी के आरोप पर अर्जुन राम मेघवाल का यह पलटवार सही है?

सारांश
Key Takeaways
- राहुल गांधी ने वोट चोरी के आरोप लगाए हैं।
- केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने पलटवार किया है।
- राजनीतिक संदर्भ में यह मुद्दा महत्वपूर्ण है।
- चुनाव आयोग की साख पर सवाल उठाए गए हैं।
- इस मामले में जनता की प्रतिक्रिया भी महत्वपूर्ण होगी।
नई दिल्ली, 18 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को वोट चोरी के मुद्दे पर दूसरी बार प्रेस वार्ता की। उन्होंने वोटर लिस्ट में कथित फर्जीवाड़े के संबंध में एक नया दावा पेश किया है, जिससे सियासत में हलचल तेज हो गई है। राहुल गांधी ने कर्नाटक के आलंद निर्वाचन क्षेत्र का उदाहरण देते हुए आरोप लगाया कि इस क्षेत्र में 6,018 मतदाताओं के वोट हटा दिए गए हैं।
इस पर केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने राहुल गांधी से प्रश्न उठाते हुए कहा कि जिन राज्यों में आप सत्ता में हैं, वहां आप कैसे जीते?
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा, "जब लोकसभा और राज्यसभा सत्र चल रहे थे, तब यह मुद्दा उठाया गया था। हमने और चुनाव आयोग ने जवाब दिया, लेकिन वह जवाब सुनना नहीं चाहते। वह एकतरफा बात करते रहते हैं। हमें बताइए, आपको 99 सीटें कैसे मिलीं? जिन राज्यों में आप सत्ता में हैं, वहां आप कैसे जीते?"
उन्होंने आगे कहा कि राहुल गांधी चुनाव आयोग जैसी महत्त्वपूर्ण संवैधानिक संस्था की साख को तोड़ने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं और समय-समय पर संस्थाओं पर हमला कर रहे हैं। भारत की जनता इसे समझती है और ऐसे बयानों से प्रभावित नहीं होगी।
महाराष्ट्र सरकार में मंत्री आशीष जायसवाल ने राहुल गांधी के 'वोट चोरी' वाले बयान पर कहा कि वह भ्रमित हैं। वह मौसम के अनुसार अपने बयान बदलते रहते हैं। पहले कहते थे कि ईवीएम बदल दी गई हैं, अब कह रहे हैं कि वोट चोरी की गई। मैं राहुल गांधी से पूछना चाहता हूं कि उनके एजेंट पोलिंग बूथ पर क्या कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी अपनी नाकामी को छिपाने के लिए व्यवस्था को दोष दे रहे हैं। एक कहावत है- नाच न आवे, आंगन टेढ़ा। वह लोकसभा के परिणाम पर चुप क्यों हैं? उनके विधायक और सांसद इसी प्रक्रिया के तहत चुने गए हैं। चुनाव आयोग पर सवाल उठाकर वह एक फेक नैरेटिव बनाने का असफल प्रयास कर रहे हैं।