क्या राजभर ने बिहार में एनडीए के खिलाफ 53 उम्मीदवार उतारे?

सारांश
Key Takeaways
- ओम प्रकाश राजभर ने 53 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की है।
- सुभासपा अब अकेले चुनाव लड़ने का इरादा रखती है।
- राजभर समुदाय की बड़ी आबादी वाले क्षेत्रों में पार्टी की स्थिति मजबूत है।
- भाजपा और जद(यू) के बीच सीट शेयरिंग फाइनल हो चुका है।
- राजभर ने भाजपा पर गठबंधन धर्म न निभाने का आरोप लगाया।
लखनऊ, 13 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने बिहार में 53 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान किया है। उन्होंने पहले चरण के लिए उम्मीदवारों की घोषणा भी कर दी है।
सुभासपा के राष्ट्रीय मुख्य महासचिव अरविंद राजभर ने कहा कि बिहार में हमारी पार्टी की स्थिति बहुत मजबूत है। हमारे कार्यकर्ता काफी समय से तैयारी कर रहे हैं। राजग से सीटें मांगी गई थीं, लेकिन हमारे हिस्से में एक भी सीट नहीं आई है।
उन्होंने आगे कहा कि पहले चरण के लिए 53 प्रत्याशी मैदान में उतारे गए हैं, जबकि कुल 132 सीटों पर पार्टी अपने उम्मीदवार उतारेगी। ओमप्रकाश राजभर ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर गठबंधन धर्म न निभाने का आरोप लगाया।
उन्होंने स्पष्ट किया कि हमारी पार्टी अब अकेले दम पर चुनाव लड़ेगी। हम एक मोर्चा बनाएंगे और सभी 153 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे। पहले चरण की 53 सीटों पर प्रत्याशियों के नाम तय कर लिए गए हैं।
पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अरुण राजभर ने कहा कि अभी हमारी पार्टी ने 53 सीटों पर उम्मीदवार उतारे हैं, आगे चलकर और प्रत्याशी चुनाव में उतरेंगे। हमने भाजपा से बातचीत की थी, लेकिन प्रदेश नेतृत्व के गलत फीडबैक के कारण हमें सीटें नहीं मिली हैं। इसका खामियाजा भाजपा को भुगतना होगा। ये लोग कम से कम 50 सीटों पर हारेंगे। हम एक मोर्चा बना रहे हैं, जिसकी जल्द घोषणा होगी।
गौरतलब है कि बिहार विधानसभा में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) ने सीट शेयरिंग फाइनल कर दिया है। इस फॉर्मूले के तहत भाजपा और जद(यू) 101-101 सीटों, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) 29 सीटों, जबकि आरएलएम और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) 6-6 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे।
राजनीतिक जानकार बताते हैं कि पार्टी पूर्वी यूपी से सटे बिहार के जिलों जैसे बलिया, गाजीपुर और पूर्वांचल सीमा वाले इलाकों में मजबूत है, जहां राजभर समुदाय की अच्छी-खासी आबादी है।