क्या भाजपा विधायक राम कदम ने महाराष्ट्र निकाय चुनाव में विपक्ष की हार का कारण बताया?
सारांश
Key Takeaways
- महायुति गठबंधन ने आत्मविश्वास के साथ चुनाव लड़ा।
- मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व का महत्वपूर्ण योगदान।
- विपक्ष ने प्रचार में सक्रियता नहीं दिखाई।
- विकास कार्यों से किसानों को लाभ हुआ।
- भाजपा की चुनावी रणनीति सफल रही।
मुंबई, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा विधायक राम कदम ने महाराष्ट्र के स्थानीय निकाय चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि महायुति गठबंधन ने आत्मविश्वास और जीत की सोच के साथ चुनावी मैदान में उतरे। इसी का परिणाम शानदार जीत के रूप में सामने आया।
राम कदम ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए भारतीय जनता पार्टी और उसके सहयोगियों की सफलता का श्रेय मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व और पिछले कुछ सालों में पूरे राज्य में किए गए विकास कार्यों को दिया। उन्होंने कहा कि सत्ता में रही सरकार के प्रदर्शन ने पहले विधानसभा चुनावों में और अब स्थानीय निकाय चुनावों में सफलता के लिए एक मजबूत नींव रखी।
विधायक राम कदम ने कहा, "मुख्यमंत्री फडणवीस के नेतृत्व में पिछले कुछ सालों में महाराष्ट्र में किए गए काम से विधानसभा चुनावों में जबरदस्त सफलता मिली। इन प्रयासों और उपलब्धियों के कारण हमने विधानसभा में शानदार नतीजे दिए और पहले दिन से ही हम जीत का जज्बा अपने माथे पर लेकर चले।"
सरकार के विकास एजेंडे पर जोर देते हुए भाजपा विधायक ने कहा कि इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स और कल्याणकारी योजनाओं से सभी वर्गों के लोगों, खासकर किसानों को फायदा हुआ है। सड़कें बन रही हैं और किसानों को बड़े पैमाने पर फायदा मिल रहा है। दूसरी ओर, विपक्ष पहले दिन से ही हारने की सोच के साथ चुनाव में उतरा था।
राम कदम ने चुनाव प्रचार पर ध्यान देने के बजाय विपक्ष पर बार-बार बहाने बनाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, "विपक्ष ने चुनाव टालने की बात की, वोट चोरी का आरोप लगाया, ईवीएम और वोटर लिस्ट से जुड़े मुद्दे उठाए और कई दूसरे बहाने बनाए। ये मुद्दे तभी उठाए गए जब वे हार गए। प्रचार के दौरान विपक्ष शायद ही सड़कों पर निकला। कोई रैली या जमीनी स्तर पर लोगों से संपर्क नहीं किया गया।"
विधायक राम कदम ने कहा कि भाजपा नेतृत्व और गठबंधन सहयोगियों ने सक्रिय रूप से मतदाताओं से संपर्क किया। उन्होंने कहा, "हमारे मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री लगातार जमीन पर थे, प्रचार कर रहे थे और बड़ी रैलियां कर रहे थे। हिम्मत, दृढ़ संकल्प और हमारे कार्यकर्ताओं की कड़ी मेहनत से हम आत्मविश्वास के साथ चुनावी मैदान में उतरे। इसीलिए हम जीते और विपक्ष को हार का सामना करना पड़ा।"