क्या भाजपा सांसद मनोज तिवारी रामलीला में भगवान परशुराम की भूमिका निभाने जा रहे हैं?

सारांश
Key Takeaways
- मनोज तिवारी रामलीला में भगवान परशुराम का पात्र निभाएंगे।
- 28 सितंबर को उनका प्रदर्शन देखने को मिलेगा।
- रामलीला का महत्व भारतीय संस्कृति में बहुत बड़ा है।
- सभी रामलीला कमेटियों से प्राचीन तथ्यों को सहेजने की अपील।
- राजनीतिक हस्तियों की भागीदारी से समाज में एकता बढ़ती है।
नई दिल्ली, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली से भाजपा सांसद मनोज तिवारी रामलीला के मंचन में भगवान परशुराम का पात्र निभाएंगे। यह जानकारी उन्होंने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में साझा की।
उन्होंने रविवार को लव कुश रामलीला कमेटी के सदस्यों के साथ अपने आवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की। इस दौरान उन्होंने खुलासा किया कि वह इस बार भगवान परशुराम की भूमिका निभाने वाले हैं। उनका यह अद्भुत प्रदर्शन 28 सितंबर के आसपास दिल्लीवासियों के सामने आएगा। मनोज तिवारी ने सभी रामलीला कमेटियों से अनुरोध किया है कि वे रामलीला की स्क्रिप्ट पर विशेष ध्यान दें और प्राचीन तथ्यों को सही ढंग से प्रस्तुत करें।
मनोज तिवारी ने कहा कि वह लव कुश रामलीला समिति में इस वर्ष अपनी भूमिका निभाएंगे। उन्होंने बताया कि वह बचपन से रामलीला में भाग लेते आ रहे हैं और उन्होंने माता सीता और कैकेयी की भूमिकाएं भी निभाई हैं। लव कुश रामलीला समिति अपने शताब्दी वर्ष की ओर बढ़ रही है और उन्होंने सभी से रामलीला में भाग लेने की अपील की। राम केवल एक पात्र नहीं हैं, बल्कि वह हमारी संस्कृति और सभ्यता का प्रतीक हैं।
उन्होंने कहा कि कुछ लोग श्रीराम की संस्कृति को विवादित बना देते हैं। परशुराम ने 21 बार धरती को क्षत्रियों से खाली किया, जिससे समाज में ब्राह्मण और क्षत्रिय आपस में भिड़ते रहते हैं। ऐसा नहीं होना चाहिए।
इसके अलावा, उन्होंने भारत-पाकिस्तान के मैच को लेकर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि भारतीय टीम पाकिस्तान की धरती पर मैच नहीं खेल रही है, जैसा कि वर्ल्ड कप के दौरान हुआ था। उन्हें उम्मीद है कि लोग भारतीय टीम का समर्थन करेंगे।