क्या भारत को पाकिस्तान के साथ मैच नहीं खेलना चाहिए था?: मुमताज पटेल

सारांश
Key Takeaways
- भारत को पाकिस्तान के साथ मैच खेलने पर विचार करना चाहिए।
- कांग्रेस नेता ने सरकार की नीति पर सवाल उठाया।
- पहलगाम हमले के बाद भारतीय भावनाओं का सम्मान होना चाहिए।
- सरकार की कमाई और देश की भावनाएं एक-दूसरे से टकराती हैं।
- व्यापार और सांस्कृतिक संबंधों पर प्रतिबंध के बावजूद खेल क्यों हो रहा है?
नई दिल्ली, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। कांग्रेस नेता मुमताज पटेल ने एशिया कप में भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच को लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत को पाकिस्तान के साथ क्रिकेट मैच नहीं खेलना चाहिए था।
मुमताज पटेल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बयान का हवाला देते हुए कहा, "जब प्रधानमंत्री ने खुद कहा था कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते तो फिर खेल कैसे हो सकता है? यह मैच सरकार की कमाई का जरिया है।"
मुमताज पटेल ने कहा कि भारत ने पहले भी श्रीलंका के साथ मैच रद्द किए थे और श्रीलंका ने भी भारत के साथ ऐसा किया था। उन्होंने सवाल उठाया कि जब अन्य देशों के साथ मैच रद्द हो सकते हैं, तो पाकिस्तान के साथ यह मैच क्यों नहीं रद्द किया गया।
उन्होंने कहा, "एक हिंदुस्तानी और जागरूक भारतीय होने के नाते, मैं पहलगाम हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों की भावनाओं को ध्यान में रखते हुए इस मैच के पक्ष में नहीं हूं।"
पटेल ने आगे कहा कि भारत ने पाकिस्तान के साथ व्यापार, यूट्यूब चैनलों और कलाकारों के आने-जाने पर पाबंदी लगाई है। उन्होंने सवाल उठाया, "जब हमने पाकिस्तानी चैनलों पर प्रतिबंध लगाया, व्यापार रोका और कलाकारों पर पाबंदी लगाई, तो फिर क्रिकेट मैच क्यों हो रहा है? जहां मुनाफा है, वहां यह सरकार सब कुछ अनुमति दे देती है। यह कांग्रेस या भाजपा का मामला नहीं, बल्कि भारत की भावनाओं और सम्मान का सवाल है।"
मुमताज पटेल ने जोर देकर कहा कि पहलगाम हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ सभी तरह के व्यापारिक और सांस्कृतिक संबंध तोड़ने का फैसला किया था। ऐसे में यह मैच करोड़ों भारतीयों की भावनाओं के खिलाफ है।