क्या रामविलास वेदांती का निधन सनातन धर्म और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है?

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क्या रामविलास वेदांती का निधन सनातन धर्म और समाज के लिए अपूरणीय क्षति है?

सारांश

उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने रामविलास वेदांती के निधन पर शोक व्यक्त किया, जिसे उन्होंने सनातन धर्म और समाज के लिए अपूरणीय क्षति कहा। वेदांती का योगदान राम मंदिर आंदोलन में अतुलनीय था।

Key Takeaways

  • रामविलास वेदांती का जीवन सेवा और संघर्ष का प्रतीक रहा।
  • उनका योगदान राम मंदिर आंदोलन में अद्वितीय था।
  • ब्रजेश पाठक ने उनके निधन को अपूरणीय क्षति माना।

लखनऊ, १५ दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख नेता और सम्मानित संत रामविलास वेदांती के निधन पर उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने इसे सनातन धर्म और समाज के लिए एक अपूरणीय क्षति बताते हुए दिवंगत आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उन्हें रामविलास वेदांती के निधन की दुखद सूचना मिली है। उन्होंने भगवान से प्रार्थना की कि वे उन्हें अपने चरणों में स्थान दें और उनके परिवारजनों तथा अनुयायियों को इस बड़े दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें। उन्होंने कहा कि रामविलास वेदांती ने अपना पूरा जीवन सनातन धर्म की सेवा, देश और राज्य के कल्याण तथा गरीबों के उत्थान के लिए समर्पित कर दिया था।

ब्रजेश पाठक ने कहा कि रामविलास वेदांती लंबे समय तक लोकसभा के सदस्य भी रहे और उनकी पहचान एक ईमानदार, शुचिता और पारदर्शिता के साथ जनसेवा करने वाले जनप्रतिनिधि के रूप में रही। वे हमेशा जमीन से जुड़े रहे और गरीबों, वंचितों की मदद के लिए हर समय आगे खड़े दिखाई दिए। उनका जीवन सादगी, सेवा और संघर्ष का प्रतीक रहा।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि रामविलास वेदांती का राम मंदिर आंदोलन में अतुलनीय योगदान रहा है। वे लगातार अयोध्या धाम से जुड़े रहे और प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए उन्होंने अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। ब्रजेश पाठक ने भावुक होते हुए बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत मंदिर के लोकार्पण के समय उनकी आंखों में आंसुओं की धारा बह रही थी, जिसे उन्होंने स्वयं देखा था।

उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में राज्य सरकार और वह स्वयं रामविलास वेदांती के परिजनों और अनुयायियों के साथ मजबूती से खड़े हैं। उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा और आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा।

बजरंग दल के संस्थापक विनय कटियार ने पूर्व सांसद राम विलास दास वेदांती के निधन पर कहा, "जब कोई गुजर जाता है, खासकर रामविलास दास वेदांती जैसे संत, जो सांसद भी रहे, तो यह एक अचानक हुआ नुकसान है।"

गौरतलब है कि ६७ वर्षीय रामविलास दास वेदांती मध्य प्रदेश के रीवा में प्रवास पर थे। इस दौरान रविवार शाम उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सोमवार दोपहर को उनका निधन हो गया।

Point of View

जो न केवल धार्मिक बल्कि सामाजिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। रामविलास वेदांती का निधन एक बड़ी क्षति है और हमें उनके कार्यों को याद करना चाहिए।
NationPress
15/12/2025

Frequently Asked Questions

रामविलास वेदांती का योगदान क्या था?
रामविलास वेदांती ने राम मंदिर आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और गरीबों के उत्थान के लिए अपना जीवन समर्पित किया।
उनका निधन कब हुआ?
उनका निधन १५ दिसंबर को हुआ।
ब्रजेश पाठक ने उनके बारे में क्या कहा?
ब्रजेश पाठक ने उन्हें सनातन धर्म और समाज के लिए अपूरणीय क्षति बताया।
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