क्या ईडी की कार्रवाई में कोई विसंगति दिखी थी? मंत्री रणबीर गंगवा का बयान

सारांश
Key Takeaways
- ईडी स्वतंत्र जांच एजेंसी है जो विसंगतियों के आधार पर कार्रवाई करती है।
- कांग्रेस पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे हैं।
- राहुल गांधी को आरएसएस से सीखने की सलाह दी गई है।
- रॉबर्ट वाड्रा पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है।
- कांग्रेस को अपने घोटालों का सामना करना होगा।
चंडीगढ़, 19 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। हरियाणा सरकार के मंत्री रणबीर गंगवा ने शनिवार को रॉबर्ट वाड्रा मामले में ईडी की कार्रवाई पर टिप्पणी करते हुए कहा कि यह एक स्वतंत्र जांच एजेंसी है, जिसने यह कदम उठाया है। जब भी उसे किसी मामले में कोई विसंगति नजर आती है, तब जाकर वह कोर्ट में आरोपपत्र दाखिल करती है। ईडी हर मामले की जांच करती है और विसंगतियों के आधार पर ही आगे बढ़ती है।
उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस सत्ता में थी, तो आए दिन कोई न कोई घोटाला सामने आता रहता था। कांग्रेस ने हमेशा घोटालेबाजों को बचाने का प्रयास किया है और उसे देश के हितों से कोई सरोकार नहीं है।
मंत्री ने मानसून सत्र में कांग्रेस के केंद्र सरकार पर हमले के संदर्भ में कहा कि कांग्रेस खुद कई भ्रष्टाचार के मामलों में घिरी हुई है, ऐसे में वह हमें किन मुद्दों पर घेर सकती है। अंततः कांग्रेस को अपनी विसंगतियों को स्वीकार करना होगा।
राहुल गांधी के केरल में दिए गए बयान पर उन्होंने कहा कि राहुल को आरएसएस की विचारधारा से लड़ने के बजाय उससे सीखना चाहिए। यदि वह ऐसा करेंगे, तो उन्हें लाभ होगा। कांग्रेस ने हमेशा अच्छे कामों का विरोध किया है, जैसे अनुच्छेद 370 और राम मंदिर निर्माण का विरोध।
जानकारी के अनुसार, ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ हरियाणा के शिकोहपुर में 2008 के 3.53 एकड़ जमीन सौदे से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार्जशीट दाखिल की है। यह मामला स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी और डीएलएफ के बीच हुए सौदे से संबंधित है। वाड्रा पर अवैध संपत्ति हासिल करने का आरोप है। वाड्रा और कांग्रेस ने इसे भाजपा की राजनीतिक प्रतिशोध की कार्रवाई करार दिया है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इस कार्रवाई पर आपत्ति जताते हुए कहा कि उनकी जीजाजी को पिछले दस सालों से यह सरकार परेशान कर रही है।