क्या रांची में युवक की हत्या के विरोध में लोगों का गुस्सा फूटा?
सारांश
Key Takeaways
- घटना ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है।
- स्थानीय लोगों ने पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए हैं।
- पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है।
- परिवार ने सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है।
- इस मामले में जांच जारी है।
रांची, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। धुर्वा थाना क्षेत्र के सीठियो बस्ती में अरशद अंसारी की गोली मारकर हत्या के खिलाफ मंगलवार को स्थानीय निवासियों का गुस्सा बिस्फोटक रूप से सामने आया। पुलिस की निष्क्रियता पर आरोप लगाते हुए मृतक के परिजनों और सैकड़ों लोगों ने धुर्वा थाने के समक्ष घंटों तक विरोध-प्रदर्शन किया।
उनका कहना था कि सीठियो बस्ती में अपराधियों की बढ़ती गतिविधियों के बारे में पुलिस को कई बार सूचित किया गया था, लेकिन समय पर कार्रवाई न होने के कारण यह घटना हुई। ग्रामीणों ने कहा कि इस क्षेत्र में भूमि माफिया और आपराधिक तत्वों का दबदबा बढ़ता जा रहा है और पुलिस को कई बार इसकी जानकारी दी गई है, फिर भी नियमित गश्ती या प्रभावी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
यह घटना सोमवार शाम की है, जब बाइक पर आए दो हथियारबंद अपराधियों ने अरशद अंसारी के सिर में गोली मारी और तुरंत ही फरार हो गए। गोली लगने के बाद, परिजन और स्थानीय लोग उसे अस्पताल ले जाने का प्रयास कर रहे थे, लेकिन रास्ते में ही उसकी मृत्यु हो गई। अस्पताल पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और जांच आरंभ की।
धुर्वा थाना प्रभारी के अनुसार, त्वरित कार्रवाई करते हुए इस घटना में शामिल तौसीफ नामक एक युवक को 12 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस अन्य आरोपियों की तलाश में छापेमारी कर रही है। मृतक के भाई मोहम्मद जिलानी ने बताया कि अरशद पेंट-पुट्टी का कार्य करता था और उसका किसी जमीन विवाद से कोई संबंध नहीं था।
जिलानी ने आरोप लगाया कि सीठियो बस्ती के इबरार, संजय कोहड़ा और तौसीफ ने मिलकर इस हत्या को अंजाम दिया है। परिवार ने पुलिस से सभी आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि घटना की पूरी जांच की जा रही है और शीघ्र ही मामले का पर्दाफाश कर सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा। घटना के बाद से क्षेत्र में तनाव का वातावरण है।