क्या राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने 'करमा पूजा' की शुभकामनाएं दीं और प्रकृति-संरक्षण का संदेश दिया?

सारांश
Key Takeaways
- करमा पूजा भाई-बहन के स्नेह का प्रतीक है।
- यह पर्व प्रकृति संरक्षण का संदेश देता है।
- राष्ट्रपति ने सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
- सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का संकल्प लें।
- प्राकृतिक संसाधनों की रक्षा की जिम्मेदारी हमारी है।
नई दिल्ली, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को सभी देशवासियों को 'करमा पूजा' की हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने इस पर्व को भाई-बहन के बीच स्नेह और सौहार्द का प्रतीक बताया। इस पावन अवसर पर, राष्ट्रपति ने समस्त देशवासियों के जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
राष्ट्रपति ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा, "सभी देशवासियों को 'करमा पूजा' की हार्दिक शुभकामनाएं। भाई-बहन के बीच स्नेह और सौहार्द का प्रतीक, यह पर्व हमें प्रकृति-संरक्षण का संदेश भी देता है। इस पावन अवसर पर मैं सभी के जीवन में सुख और समृद्धि की कामना करती हूं।"
झारखंड के राज्यपाल संतोष गंगवार ने भी 'करमा पूजा' की शुभकामनाएं दीं। उन्होंने लिखा, "प्रकृति पर्व 'करमा पूजा' की प्रदेशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं। यह लोकपर्व भाई-बहन के स्नेह के साथ-साथ प्रकृति संरक्षण और पर्यावरण संतुलन का संदेश देता है। मेरी मंगलकामना है कि यह पर्व सभी के जीवन में स्वास्थ्य, सुख और समृद्धि लाए।"
झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने भी 'करमा पूजा' की बधाई दी। उनके अनुसार, "प्रकृति पर्व 'करमा पूजा' की आप सभी को हार्दिक बधाई। यह पावन पर्व आपके जीवन में सुख, समृद्धि और खुशहाली लेकर आए। आइए, हम सब मिलकर प्रकृति की रक्षा करने और अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोने का संकल्प लें।"
बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने लिखा, "भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक, प्रकृति महापर्व 'करमा पूजा' की हार्दिक शुभकामनाएं। यह पर्व आप सभी के जीवन में सुख समृद्धि एवं खुशहाली लेकर आए।"
भाजपा सांसद ढुलू महतो ने लिखा, "आप सभी को प्रकृति की उपासना और भाई-बहन के अटूट प्रेम के मनोहर पर्व 'करमा पूजा' की हार्दिक शुभकामनाएं। माँ प्रकृति आप सभी को सदैव ऊर्जावान, स्वस्थ और समृद्ध बनाए रखें।"