क्या राष्ट्रीय महिला आयोग 22 दिसंबर को रांची में 'कदम कदम बढ़ाए जा' पुस्तक का विमोचन करेगा?
सारांश
Key Takeaways
- महिला सशक्तिकरण का महत्व
- रक्षा सेवाओं में महिलाओं की भागीदारी
- प्रेरणादायक पुस्तक का विमोचन
- समान अवसर का महत्व
- संस्थानिक सहयोग का योगदान
नई दिल्ली, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। महिला शक्ति को राष्ट्र निर्माण की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए राष्ट्रीय महिला आयोग 22 दिसंबर को झारखंड की राजधानी रांची में विशेष कार्यक्रम 'शी सर्वस्व' का उद्घाटन करेगा। यह कार्यक्रम उन युवा महिलाओं को समर्पित है जो देश की रक्षा सेवाओं में शामिल होकर राष्ट्र सेवा का सपना देख रही हैं।
राष्ट्रीय महिला आयोग का यह प्रयास महिलाओं को पारंपरिक सीमाओं से बाहर निकालकर गैर-पारंपरिक और चुनौतीपूर्ण क्षेत्रों में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। आयोग का मानना है कि जब महिलाओं को समान अवसर, सही मार्गदर्शन और संस्थागत सहयोग मिलता है, तब वे न केवल अपने सपनों को साकार करती हैं, बल्कि देश की ताकत भी बनती हैं।
इस विशेष अवसर पर 'कदम कदम बढ़ाए जा' शीर्षक से एक महत्वपूर्ण पुस्तक का विमोचन किया जाएगा। यह पुस्तक रक्षा सेवाओं में प्रवेश की तैयारी कर रही युवा महिलाओं के लिए एक व्यावहारिक मार्गदर्शिका के रूप में तैयार की गई है। इसमें चयन प्रक्रिया की संपूर्ण जानकारी, प्रशिक्षण के दौरान आने वाली वास्तविक चुनौतियां, शारीरिक और मानसिक तैयारी के जरूरी पहलू तथा सैन्य जीवन और संस्कृति से जुड़े महत्वपूर्ण अनुभवों को सरल भाषा में प्रस्तुत किया गया है।
आयोग के अनुसार, कई बार प्रतिभाशाली युवतियां सही जानकारी और मार्गदर्शन के अभाव में अपने लक्ष्य तक नहीं पहुंच पातीं। ऐसी स्थिति में यह पुस्तक उनके लिए एक सहज और भरोसेमंद साथी की तरह काम करेगी, जो उन्हें तैयारी से लेकर चयन तक के सफर में दिशा दिखाएगी।
यह कार्यक्रम राष्ट्रीय महिला आयोग की उस मजबूत प्रतिबद्धता का प्रतीक है जिसके तहत महिलाओं को रक्षा, सुरक्षा और नेतृत्व जैसे क्षेत्रों में आगे लाने के लिए ठोस प्रयास किए जा रहे हैं। इस पहल के माध्यम से महिलाओं को यह संदेश दिया जा रहा है कि राष्ट्र सेवा केवल एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि गर्व का विषय है और इसमें महिलाओं की भूमिका भी उतनी ही महत्वपूर्ण है।
राष्ट्रीय महिला आयोग का यह प्रयास न केवल युवतियों को आत्मविश्वास देगा, बल्कि नारी शक्ति को राष्ट्र शक्ति में बदलने की दिशा में एक मजबूत और प्रेरणादायक कदम साबित होगा।