क्या रेवंत रेड्डी ने पीएम मोदी से मुलाकात की और तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट का निमंत्रण दिया?
सारांश
Key Takeaways
- तेलंगाना राइजिंग 2047 ग्लोबल समिट का आयोजन 8-9 दिसंबर को हैदराबाद में है।
- सीएम रेवंत रेड्डी ने पीएम मोदी को औपचारिक निमंत्रण दिया।
- समिट में 30 से ज्यादा देशों के निवेशक शामिल होंगे।
- सरकार ने पिछले समिट में 2.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव प्राप्त किए थे।
- तेलंगाना को भारत फ्यूचर सिटी के रूप में विकसित किया जा रहा है।
नई दिल्ली, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी ने बुधवार को नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। सीएम रेड्डी ने हैदराबाद में आयोजित होने वाले तेलंगाना राइजिंग 2047 ग्लोबल समिट में भाग लेने के लिए प्रधानमंत्री को औपचारिक निमंत्रण दिया। प्रधानमंत्री कार्यालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इस मुलाकात की तस्वीर साझा करते हुए लिखा, "तेलंगाना के मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क मल्लू ने आज प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की।"
सीएम ने संसद भवन में केंद्रीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से भी संवाद किया। इस दौरान उन्होंने वैष्णव को 8 और 9 दिसंबर को हैदराबाद में होने वाले 'तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट' में भाग लेने का औपचारिक निमंत्रण दिया।
मुलाकात में रेवंत रेड्डी ने अश्विनी वैष्णव को समिट के लिए तैयार किए गए विशेष विजन डॉक्यूमेंट की जानकारी दी। इस डॉक्यूमेंट में तेलंगाना को अगले पाँच साल में देश के टॉप-3 निवेश गंतव्यों में शामिल करने का पूरा योजना है। राज्य सरकार इसे 'भारत फ्यूचर सिटी' के नाम से विकसित कर रही है और वैश्विक निवेशकों को आकर्षित करने की तैयारी कर रही है।
मुख्यमंत्री ने केंद्रीय मंत्री से समिट के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने की विशेष निवेदन की। उन्होंने कहा कि वैष्णव की उपस्थिति से आईटी, स्टार्टअप और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में बड़े निवेशकों का भरोसा और बढ़ेगा।
इस दौरान तेलंगाना के उपमुख्यमंत्री भट्टी विक्रमार्क मल्लू के साथ सांसद डॉ. मल्लू रवि, कुंदुरु रघुवीर रेड्डी, सुरेश शेतकर, चमाला किरण कुमार रेड्डी, डॉ. कडियम काव्या, गड्डम वामशी कृष्ण और अनिल कुमार यादव भी उपस्थित रहे।
तेलंगाना राइजिंग ग्लोबल समिट इस बार बहुत बड़ा होने जा रहा है। सरकार का दावा है कि इसमें 30 से ज्यादा देशों के निवेशक और 500 से अधिक बड़े उद्योगपति भाग लेंगे। पिछले साल हुए समिट में 2.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा के निवेश प्रस्ताव आए थे और इस बार सरकार उससे कहीं ज्यादा की उम्मीद कर रही है।
रेवंत रेड्डी पिछले कुछ दिनों से दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं और एक-एक करके कई केंद्रीय मंत्रियों और बड़े उद्योगपतियों से मिल रहे हैं ताकि हैदराबाद को दुनिया का अगला बड़ा निवेश हब बनाया जा सके।