क्या आरजेडी की सूची में कार्यकर्ताओं की उपेक्षा और माफिया को टिकट दिया गया?

सारांश
Key Takeaways
- आरजेडी की सूची में दागी उम्मीदवार शामिल हैं।
- कार्यकर्ताओं की अनदेखी की जा रही है।
- महागठबंधन में दरार का संकेत है।
- एनडीए की जीत की संभावनाएं बढ़ रही हैं।
- कर्नाटक सरकार में भ्रष्टाचार की समस्या है।
नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने राष्ट्रीय जनता दल पर प्रत्याशी चयन को लेकर तीखा हमला किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि आरजेडी की सूची में अधिकांश उम्मीदवार दागी हैं, जिनमें से कुछ जेल में हैं, कुछ बेल पर हैं और कुछ पर जल्द सजा होने की संभावना है।
शाहनवाज हुसैन ने कहा कि इस सूची ने महागठबंधन में महाफूट को उजागर कर दिया है। आरजेडी ने निराश मन से यह सूची जारी की है और कार्यकर्ताओं की उपेक्षा करते हुए माफिया को बढ़ावा दिया है। आपराधिक मामलों वाले धनाढ्य और बेल पर बाहर आए लोगों को टिकट दिया गया है। इससे आरजेडी के नेता और कार्यकर्ता नाराज हैं।
आरजेडी के नेता खुद अपनी पार्टी पर माफिया और अपराधियों को टिकट देने का आरोप लगा रहे हैं। कई सीटों पर तो आरजेडी के उम्मीदवार आपस में ही लड़ रहे हैं, फिर वे एनडीए से क्या लड़ेंगे? शाहनवाज हुसैन ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आशीर्वाद, नीतीश कुमार के नेतृत्व, जीतनराम मांझी, उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान के सहयोग के साथ-साथ अमित शाह की रणनीति से एनडीए बिहार में भारी जीत हासिल करेगा।
इसके अलावा, शाहनवाज हुसैन ने कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के सलाहकार ने स्वीकार किया है कि राज्य में भारी राजस्व हानि हो रही है। कर्नाटक में भ्रष्टाचार चरम पर है और मंत्रियों व उपमुख्यमंत्रियों के बीच इस बात की होड़ है कि कौन कितना लूट सकता है।
उन्होंने आगे कहा, "कर्नाटक की जनता इस लूट को बर्दाश्त नहीं करेगी और सिद्धारमैया सरकार को माफ नहीं करेगी।"
शाहनवाज हुसैन ने दीपावली के अवसर पर अयोध्या और दिल्ली के कर्तव्य पथ पर जलाए गए दीयों का उल्लेख करते हुए समाजवादी और तथाकथित सेकुलर पार्टियों पर तंज कसा।
उन्होंने कहा, "जब हिंदू त्योहार मनाता है तो इन पार्टियों के दिल जलते हैं। हिंदू भारत में त्योहार नहीं मनाएंगे, तो कहां मनाएंगे? विपक्ष की मानसिकता अब देश के सामने उजागर हो गई है।