क्या आरके चौधरी को सतही बातें नहीं करनी चाहिए? : असीम अरुण
सारांश
Key Takeaways
- आरके चौधरी के बयान ने राजनीतिक विवाद को जन्म दिया है।
- असीम अरुण ने सतही बातों पर चिंता व्यक्त की है।
- सामाजिक मुद्दों पर गहन चर्चा की आवश्यकता है।
- प्रदूषण को सुधारने के लिए ठोस योजना की जरूरत है।
- राजनीतिक बयानबाजी से परे, सच्चे समाधान की खोज जरूरी है।
लखनऊ, 19 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के सांसद आरके चौधरी के प्रदूषण पर दिए गए हालिया विवादास्पद बयान पर बवाल बढ़ता जा रहा है। इस बीच, उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्री असीम अरुण ने शुक्रवार को उन पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि चौधरी को ऐसी सतही बातें नहीं करनी चाहिए।
दरअसल, सपा सांसद आरके चौधरी ने यह दावा किया कि होलिका दहन और शवों के अंतिम संस्कार से प्रदूषण में वृद्धि होती है। भाजपा इस बयान को लेकर चौधरी पर हमलावर है।
असीम अरुण ने राष्ट्र प्रेस को दिए बयान में कहा, "आरके चौधरी समाजवादी पार्टी के सांसद हैं। सपा, आप और कांग्रेस समेत 'इंडिया' ब्लॉक की सभी पार्टियां जानबूझकर ऐसी बातें करने की कोशिश कर रही हैं। उनका मानना है कि इससे देश का अल्पसंख्यक समाज खुश होगा, परंतु ऐसा नहीं है।"
उन्होंने कहा, "सपा सांसद के इस बयान से समाज में पीड़ा पहुंची है। हमारे देश की संस्कृति एक-दूसरे को चोट पहुंचाने की नहीं है। उन्हें इस विषय पर गहराई से सोचना चाहिए। वे याद करें कि बाबा साहब की अंत्येष्टि कैसे हुई थी।"
असीम अरुण ने कहा, "मैं प्रदूषण को सुधारने का पक्षधर हूं, लेकिन यह सतही बातों से नहीं होगा। इसके लिए हमें 8-10 की कार्ययोजना बनानी होगी। फैक्ट्रियों को दूर करना होगा और पेट्रोल-डीजल की गाड़ियों के स्थान पर इलेक्ट्रिक वाहनों का उपयोग करना होगा।"
उन्होंने सपा नेता के बयान को भटकाव बताते हुए कहा, "उन्हें सही चर्चा करनी चाहिए। हम सभी मिलकर प्रदूषण को दूर करने का काम करेंगे।"