क्या मां शारदा के मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता कड़कड़ाती ठंड में भी देखने को मिला?
सारांश
Key Takeaways
- मां शारदा मंदिर में नए साल के अवसर पर श्रद्धालुओं का तांता है।
- भक्त कई घंटों तक कतार में खड़े रहते हैं।
- कड़कड़ाती ठंड में भी भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ है।
- मंदिर में विशेष व्यवस्थाएं की गई हैं।
- भक्त मां शारदा से अच्छे साल की कामना कर रहे हैं।
मैहर, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। साल के अंतिम दिन और नए वर्ष के आगमन से पहले देश भर के मंदिरों में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी जा रही है।
लगभग हर प्रमुख मंदिर में नए साल के अवसर पर विशेष व्यवस्था की गई है, ताकि भक्तों को उचित तरीके से दर्शन करने की सुविधा मिल सके। इसी के तहत मध्य प्रदेश के मैहर स्थित मां शारदा मंदिर में भी भक्तों की बड़ी संख्या पहुंच रही है। भक्त कई घंटे तक कतार में खड़े रहकर अपने आराध्य के दर्शन का इंतजार कर रहे हैं।
नए साल के अवसर पर मां शारदा मंदिर में आस्था का अद्भुत दृश्य देखने को मिल रहा है। कड़कड़ाती ठंड के बावजूद भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ है। श्रद्धालु लंबी लाइनों में खड़े होकर मां का आशीर्वाद ले रहे हैं और भक्ति गीत गा रहे हैं।
मंदिर के पुजारी ने बताया कि नए साल की शुरुआत में दर्शन के लिए आने वाले भक्तों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। पिछले वर्ष भी बड़ी संख्या में लोग आए थे, लेकिन इस बार श्रद्धालुओं की संख्या पहले से कहीं अधिक है।
मंदिर की व्यवस्थाओं पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि भक्तों के उत्साह को देखते हुए मंदिर में नवरात्रि के दिनों जैसी व्यवस्था की गई है। सर्दी को ध्यान में रखते हुए सभी आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। भक्त मंदिर में यही मनोकामना लेकर आते हैं कि जैसे पिछला साल अच्छा बीता, वैसा ही आने वाला साल मां शारदा की कृपा से शुभ हो।
मध्य प्रदेश के मैहर में मां शारदा के मंदिर के अलावा, 2025 के आखिरी दिन श्रद्धालु पुरी के जगन्नाथ मंदिर में भी महाप्रभु की पूजा-अर्चना के लिए भारी संख्या में पहुंचे हैं। भक्त मंदिर के बाहर खड़े होकर “जय जगन्नाथ” के भक्ति गीत गा रहे हैं। महाप्रभु के दर्शन के लिए भक्त सर्दी में लाइन में लगे हुए हैं और तालियों और भजनों के साथ अपने आराध्य को याद कर रहे हैं। इसके अलावा, दक्षिण भारत के प्रसिद्ध मंदिर तिरुपति बालाजी और छत्तीसगढ़ के मंदिरों में भी भक्तों की भीड़ देखने को मिल रही है, जहां भक्तों को टोकन के माध्यम से दर्शन करने का अवसर मिल रहा है।