क्या सचिन पायलट ने कर्नल सोनाराम चौधरी को श्रद्धांजलि दी?

सारांश
Key Takeaways
- कर्नल सोनाराम चौधरी की श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में नेता और कार्यकर्ता शामिल हुए।
- सचिन पायलट ने उनके परिवार के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं।
- कर्नल सोनाराम का राजनीतिक इतिहास उनके योगदान को दर्शाता है।
- भूपेंद्र हुड्डा ने भी कर्नल सोनाराम के परिवार से मिलकर संवेदना जताई।
- यह घटना राजनीति में व्यक्तिगत संबंधों की महत्ता को उजागर करती है।
जैसलमेर, 2 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बाड़मेर-जैसलमेर के पूर्व सांसद और जाट समाज के प्रमुख नेता कर्नल सोनाराम चौधरी के निधन के पश्चात मंगलवार को जैसलमेर जिले के मोहनगढ़ में एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। इस मौके पर कांग्रेस नेता सचिन पायलट उपस्थित हुए और कर्नल सोनाराम की तस्वीर पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।
सचिन पायलट के साथ बायतु विधायक हरीश चौधरी भी वहां उपस्थित थे। दोनों नेता सड़क मार्ग से जैसलमेर होते हुए मोहनगढ़ पहुंचे। पायलट ने कर्नल सोनाराम के परिवार के सदस्यों से मुलाकात कर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और उन्हें ढांढस बंधाया।
मोहनगढ़ में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंचे। इस अवसर पर सांसद उमेदा राम बेनीवाल, पूर्व मंत्री सालेह मोहम्मद, पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी, पूर्व विधायक रूपाराम धनदेव और जिला कांग्रेस अध्यक्ष उमेद सिंह तंवर भी शामिल हुए। सभा के दौरान 'कर्नल सोनाराम अमर रहे' के नारे गूंज उठे।
ज्ञात हो कि 20 अगस्त को दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से कर्नल सोनाराम का निधन हो गया था। वे सेना में कर्नल के पद से सेवानिवृत्त होने के बाद राजनीति में आए और राजस्थान में जाट समुदाय के एक प्रमुख नेता बने।
उन्होंने 1996, 1998 और 1999 में कांग्रेस के टिकट पर बाड़मेर-जैसलमेर से सांसद पद ग्रहण किया। 2014 में भाजपा के टिकट पर भी लोकसभा पहुंचे। इसके अलावा, वे बायतु विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी रहे।
इससे पहले, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने रविवार को अपने राजस्थान दौरे के दौरान स्वर्गीय कर्नल सोनाराम चौधरी के मोहनगढ़ स्थित निवास पर पहुंचकर शोक संवेदनाएं व्यक्त कीं।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी यात्रा की जानकारी साझा करते हुए लिखा, "आज राजस्थान दौरे पर: पूर्व सांसद और मेरे निकटतम मित्र रहे स्व. कर्नल सोनाराम चौधरी जी के निधन पर उनके मोहनगढ़ स्थित निवास पर पहुंचकर शोक संवेदनाएँ व्यक्त की और दिवंगत आत्मा को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दुःख की घड़ी में शोक संतप्त परिवार से मिलकर उन्हें ढांढस बंधाया।"