क्या साध्वी निरंजन ज्योति ने मुख्तार अब्बास नकवी को राखी बांधी?

सारांश
Key Takeaways
- रक्षाबंधन भाई-बहन के रिश्ते का प्रतीक है।
- साध्वी निरंजन ज्योति ने राजनीतिक रिश्तों की गहराई को बताया।
- मुख्तार अब्बास नकवी ने साध्वी के योगदान की सराहना की।
- यह बंधन समाज में एकता का संदेश देता है।
- रक्षाबंधन का महत्व सांस्कृतिक और पारिवारिक है।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। रक्षाबंधन के पावन अवसर पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता साध्वी निरंजन ज्योति ने देशवासियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। इस विशेष मौके पर उन्होंने मुख्तार अब्बास नकवी को राखी बांधी। इसके बाद दोनों नेताओं ने राखी के महत्व पर विस्तार से चर्चा की। साध्वी ने कहा कि यह बंधन केवल राजनीतिक नहीं बल्कि दिल से दिल तक का है।
साध्वी निरंजन ज्योति ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा, "रक्षाबंधन का धागा केवल एक धागा नहीं है, बल्कि यह भाई-बहन के प्यार और विश्वास का प्रतीक है। यह परंपरा राजा बाली के समय से चली आ रही है, जब मां लक्ष्मी ने भगवान विष्णु को राखी बांधकर उनकी रक्षा का वचन लिया था।"
उन्होंने बताया कि उनका रिश्ता नकवी के साथ तब से है, जब वह न तो सांसद थीं और न ही विधायक। भाजपा में शामिल होने के बाद नकवी उनके लिए भाई की तरह बन गए। साध्वी ने कहा कि वह ईश्वर से प्रार्थना करती हैं कि हर भाई-बहन का रिश्ता अटूट रहे। यह हमारी भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो परिवार को जोड़ती है।
साध्वी ने अपने जीवन के बारे में बताया कि वह एक साधारण परिवार से हैं, जहां बिजली-पानी जैसी सुविधाएं उपलब्ध नहीं थीं। भाजपा में कार्य करते हुए उन्हें नकवी जैसे भाइयों और पार्टी के कई अग्रज मिले। हर बहन अपने भाइयों के साथ खुद को सौभाग्यशाली समझती है।
साध्वी ने कहा कि व्यस्तता के बावजूद वह हमेशा अपने हाथों से नकवी को राखी बांधने की कोशिश करती हैं। उन्होंने एक भजन का उल्लेख किया, "कई जन्मों से बुला रहे हो, कोई तो रिश्ता जरूर होगा," जो उनके रिश्तों की गहराई को दर्शाता है।
वहीं, भाजपा नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने भी रक्षाबंधन पर देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने साध्वी निरंजन ज्योति को "दीदी" कहते हुए उनके योगदान की सराहना की और कहा, "दीदी जहां भी हों, रक्षाबंधन पर अपना आशीर्वाद देती हैं। सनातन आस्था दुनिया की सबसे पुरानी और श्रेष्ठ आस्था है, जो अनेकता में एकता का संदेश देती है।"
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के "एक भारत, श्रेष्ठ भारत" के संकल्प का उल्लेख करते हुए कहा कि साध्वी गांव, गरीब, किसान और कमजोर वर्गों के लिए जमीन पर काम कर रही हैं।