क्या सैनिक स्कूल नागरोटा ने 'वन महोत्सव 2025' में हरियाली का संकल्प लिया?

सारांश
Key Takeaways
- वन महोत्सव 2025 का आयोजन सैनिक स्कूल नागरोटा में हुआ।
- 500 से अधिक पौधे लगाए गए।
- कैडेट्स ने पर्यावरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने में सक्रिय भागीदारी की।
- कार्यक्रम ने सतत विकास के प्रति विद्यालय की प्रतिबद्धता को दर्शाया।
- आधिकारिक अतिथियों ने कैडेट्स को प्रेरित किया।
नागरोटा, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के सैनिक स्कूल नागरोटा में ‘वन महोत्सव 2025’ के अवसर पर एक पौधरोपण अभियान का आयोजन किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य कैडेट्स में पर्यावरण के प्रति जागरूकता और संरक्षण की भावना को बढ़ावा देना था।
इस विशेष अवसर पर विद्यालय ने प्रकृति और सतत विकास के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया।
कार्यक्रम में आरोग्य भारती के महासचिव शशिकांत लखनपाल और निदेशक डॉ. यशपाल शर्मा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इनके साथ वन विभाग और आयुष विभाग के अधिकारी और जिला सामाजिक वानिकी विभाग के रेंज अधिकारी नीरज गुप्ता भी थे।
कैडेट्स ने अतिथियों और स्टाफ के मार्गदर्शन में विद्यालय परिसर के विभिन्न स्थानों पर पौधरोपण किया।
इस दौरान 500 से अधिक पौधे लगाए गए, जिनमें फूलों वाले, फलदार और औषधीय प्रजातियों का संतुलित संयोजन शामिल था। यह जैव-विविधता और टिकाऊ पर्यावरण के प्रति जागरूक दृष्टिकोण को दर्शाता है।
विद्यालय के प्राचार्य कैप्टन (आईएन) शिबु देवासिया ने वन विभाग का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इन पौधों की देखभाल एक आजीवन जिम्मेदारी है और कैडेट्स को इस कर्तव्य को पूरी गंभीरता से निभाना चाहिए।
उन्होंने आरोग्य भारती के प्रतिनिधियों की उपस्थिति की सराहना की, जिन्होंने छात्रों को इस हरित पहल में प्रेरित किया।
इस आयोजन में कैडेट्स ने पर्यावरण पर आधारित कविताएं भी प्रस्तुत कीं, जिससे कार्यक्रम को रचनात्मक अभिव्यक्ति का एक नया आयाम मिला।
'वन महोत्सव 2025' सैनिक स्कूल नागरोटा में अनुशासन, जिम्मेदारी और पर्यावरणीय नेतृत्व का जीवंत उदाहरण बनकर उभरा।