क्या सपा ने पप्पू सिंह चौहान को निष्कासित किया?

सारांश
Key Takeaways
- पप्पू सिंह चौहान को पार्टी से निष्कासित किया गया।
- फतेहपुर में विवादित मकबरे को ध्वस्त किया गया।
- समाजवादी पार्टी ने अनुशासन बनाए रखने का प्रयास किया।
लखनऊ, 12 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी ने फतेहपुर की घटना के बाद पप्पू सिंह चौहान को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। समाजवादी पार्टी के फतेहपुर जिला अध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह ने पप्पू सिंह चौहान के खिलाफ यह कदम उठाया। सोमवार को फतेहपुर में कुछ लोगों ने एक विवादित मकबरे को ध्वस्त किया, जिसमें पप्पू सिंह चौहान के शामिल होने की बात सामने आई है।
समाजवादी पार्टी ने पप्पू सिंह चौहान को निष्कासित करते हुए कहा है कि वह पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलग्न थे। जिला अध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह ने समाजवादी पार्टी के उत्तर प्रदेश इकाई के अध्यक्ष को पत्र लिखकर उन्हें पप्पू सिंह चौहान के निष्कासन की जानकारी दी। उन्होंने कहा, "पप्पू सिंह चौहान को पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण पार्टी से बाहर किया गया है।"
फतेहपुर पुलिस के अनुसार, थाना कोतवाली नगर में एकत्रित भीड़ ने मकबरा परिसर में जबरदस्ती घुसकर तोड़फोड़ की। मठ मंदिर संरक्षण संघर्ष समिति ने मकबरे को मंदिर बताते हुए वहां पूजा-दर्शन के लिए जुलूस निकालने का ऐलान किया था। इस दौरान भीड़ ने विवादित मकबरे को तोड़ दिया। जिलाधिकारी और एसपी ने मौके पर पहुंचकर भीड़ को समझा-बुझाकर शांत किया और जांच का आश्वासन दिया।
फतेहपुर पुलिस ने इस घटना के संबंध में 10 नामजद और 150 अज्ञात उपद्रवियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए टीमें गठित की गई हैं। इस बीच, यह भी सामने आया कि समाजवादी पार्टी के नेता पप्पू सिंह चौहान भी आरोपियों में शामिल हैं। एक विवादित वीडियो में पप्पू सिंह चौहान को तोड़फोड़ करने वालों के साथ देखा गया था।