क्या संभल हिंसा मामले में सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क को हाईकोर्ट से राहत मिली?

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क्या संभल हिंसा मामले में सपा सांसद जिया उर रहमान बर्क को हाईकोर्ट से राहत मिली?

सारांश

इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संभल की जामा मस्जिद में हुई हिंसा से जुड़े मामले में सपा के सांसद जिया उर रहमान बर्क को राहत दी है। इस निर्णय ने उनके खिलाफ चल रही कार्यवाही को अगले आदेश तक रोक दिया है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी और सांसद के पक्ष की स्थिति।

Key Takeaways

  • इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सपा सांसद को राहत दी।
  • संभल में जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा हुई।
  • बर्क ने सभी आरोपों का खंडन किया है।
  • हिंसा के दौरान पांच लोगों की मृत्यु हुई।
  • बर्क का कहना है कि आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।

प्रयागराज, 9 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने संभल की जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हुई हिंसा से जुड़ी एक महत्वपूर्ण कार्यवाही में सपा के सांसद जिया उर रहमान बर्क को विशेष राहत प्रदान की है। अदालत ने संभल के विशेष जज (एमपी/एमएलए) कोर्ट में चल रही कार्यवाही पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है।

सांसद जिया उर रहमान बर्क ने हाईकोर्ट में एक याचिका दायर कर विशेष जज की अदालत में चल रही कार्यवाही को रद्द करने का अनुरोध किया है। इस याचिका पर जस्टिस समीर जैन की एकल पीठ सुनवाई कर रही है।

24 नवंबर 2024 को संभल स्थित जामा मस्जिद में सर्वे के दौरान हिंसा भड़काने के आरोप में सांसद के खिलाफ कोतवाली थाने में एक एफआईआर दर्ज की गई थी। अब इस मामले की अगली सुनवाई तक सांसद को फिलहाल राहत मिल गई है।

वास्तव में, संभल में शाही जामा मस्जिद के सर्वेक्षण के दौरान हिंसा भड़क उठी थी, जिसके परिणामस्वरूप पांच लोगों की मृत्यु हो गई और 20 पुलिसकर्मियों सहित अनेक लोग घायल हुए थे।

इस मामले में संभल पुलिस ने बर्क को मुख्य आरोपी के रूप में नामित किया है। हालांकि, उन्होंने इन सभी आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि ये आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।

सांसद का तर्क है कि उनकी गिरफ्तारी से उन्हें अपूरणीय क्षति होगी और वह घटना के समय संभल में मौजूद नहीं थे।

उनका कहना है कि हिंसा के दौरान वह बेंगलुरु में थे, और एफआईआर की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने मामले को बढ़ने से रोकने के लिए दिल्ली में रहने का निर्णय लिया। सांसद ने समुदाय के सदस्यों से संपर्क कर शांति बनाए रखने की अपील की।

संभल पुलिस ने बर्क पर हिंसा से कुछ दिन पहले मस्जिद में भड़काऊ भाषण देने का आरोप लगाया है। उनके बयान के बाद ही अशांति भड़की थी। इसके अलावा, एफआईआर में स्थानीय विधायक इकबाल महमूद के बेटे सोहेल इकबाल का नाम भी शामिल है, जो इस घटना में कथित रूप से शामिल है। बर्क ने अपनी याचिका में लगाए गए आरोपों को निराधार बताया है।

उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि ये आरोप उन्हें और उनकी पार्टी को निशाना बनाने के एक बड़े प्रयास का हिस्सा हैं।

शाही जामा मस्जिद को मंदिर के ऊपर बनाए जाने के दावों के कारण तनाव बढ़ा और हिंसा भड़की। पत्थरबाजी और आगजनी के कारण स्थिति और बिगड़ गई, जिसमें कई पुलिस वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए।

Point of View

यह मामला केवल एक व्यक्ति का नहीं, बल्कि हमारे समाज में बढ़ते तनाव और राजनीतिक दखल का संकेत है। न्यायालय का निर्णय एक उम्मीद की किरण है कि राजनीति और कानून के बीच की सीमाएँ स्पष्ट होनी चाहिए।
NationPress
09/09/2025

Frequently Asked Questions

संभल में हुई हिंसा का मुख्य कारण क्या था?
संभल में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान भड़कने वाली हिंसा का मुख्य कारण मंदिर के ऊपर मस्जिद बनाए जाने के दावे थे।
जिया उर रहमान बर्क पर क्या आरोप लगाए गए हैं?
जिया उर रहमान बर्क पर हिंसा भड़काने और भड़काऊ भाषण देने के आरोप लगाए गए हैं।
हाईकोर्ट का निर्णय क्या था?
हाईकोर्ट ने बर्क के खिलाफ चल रही कार्यवाही पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है।