क्या उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने समाज को संगठित रखने की आवश्यकता पर बल दिया?

सारांश
Key Takeaways
- समाज की संगठितता पर बल दिया गया।
- एनडीए सरकार बनाने की अपील की गई।
- महापुरुषों के योगदान को याद किया गया।
- युवाओं को सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहने का आग्रह किया गया।
- संविधान के प्रति जिम्मेदारियों का पालन आवश्यक है।
पटना, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने गुरुवार को कहा कि राज्य की वर्तमान सरकार हर समाज की समृद्धि और सहभागिता को सुनिश्चित कर रही है। उन्होंने विकास कार्यों को जन-जन तक पहुंचाने की आवश्यकता पर बल देते हुए राज्य में एक बार फिर एनडीए सरकार बनाने की अपील की।
राजधानी पटना के मंत्री एन्क्लेव में भारतीय जनता पार्टी द्वारा आयोजित “सम्राट अशोक सम्मान समारोह” में मुख्य अतिथि के रूप में सम्राट चौधरी और संयोजक के रूप में पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सुनील कुमार उपस्थित रहे। समारोह में कैमूर जिले के भगवानपुर प्रखंड के निवासी प्रभु नारायण सिंह कुशवाहा ने दोनों मंत्रियों को चांदी का मुकुट पहनाकर सम्मानित किया।
समारोह को संबोधित करते हुए उपमुख्यमंत्री ने सम्राट अशोक के आदर्शों को याद करते हुए कहा कि उन्होंने देश को एक सूत्र में बांधने का कार्य किया और आज हमें भी समाज को संगठित रखने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि महापुरुषों के समाज और देश के निर्माण में योगदान को जानना सभी के लिए आवश्यक है।
पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि अधिकारों के साथ कर्तव्यों का पालन करना जरूरी है। उन्होंने राजद के जंगलराज और लूट के दौर को याद करते हुए कहा कि अब बिहार में सुशासन है और समाज को बिखराव से बचाकर मानव सेवा की ओर प्रेरित करना समय की मांग है। उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे सामाजिक कार्यों में अपनी ऊर्जा लगाएं और समाज को सशक्त बनाएं।
यह सम्मान समारोह सामाजिक समरसता, सांस्कृतिक गौरव और राजनीतिक प्रतिबद्धता का सशक्त प्रतीक बना, जिसमें कुशवाहा समाज की भागीदारी रही। आयोजन ने समाज को संगठित होकर राष्ट्र निर्माण में योगदान देने की प्रेरणा दी।