क्या संजय राउत मीडिया में बने रहने के लिए आरोप लगाते हैं? : प्रतापराव जाधव

सारांश
Key Takeaways
- संजय राउत के आरोपों पर प्रतापराव जाधव की कड़ी प्रतिक्रिया।
- 2024 के चुनावों के संदर्भ में राजीव कुमार पर आरोप।
- राजनीति में आरोप-प्रत्यारोप की प्रकृति।
- लोकतंत्र में संस्थाओं की भूमिका।
- संजय राउत का मीडिया में बने रहने का प्रयास।
वाशिम, 17 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय राज्य मंत्री प्रतापराव जाधव ने शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत के उस बयान पर कड़ा जवाब दिया है, जिसमें उन्होंने पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार पर आरोप लगाया कि 2024 के लोकसभा और महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव भाजपा और उसके सहयोगियों ने उनके सहयोग से जीते थे। प्रतापराव जाधव ने कहा कि संजय राउत कभी राजनीतिक दलों और कभी चुनाव आयोग पर आरोप लगाकर मीडिया में बने रहने की कोशिश करते हैं।
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने रविवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पूर्व मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार की एक तस्वीर साझा की थी। उन्होंने सवाल उठाया कि 2024 के चुनाव भाजपा और उसके सहयोगियों ने इसी व्यक्ति की मदद से जीते थे। संजय राउत ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने चुनाव आयोग के पूर्वाग्रह को उजागर किया है, और पूछा कि उस चेहरे का अब क्या हुआ है।
उन्होंने आगे कहा कि पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ तो पहले ही गायब हैं, तो राजीव कुमार अब कहाँ हैं?
प्रतापराव जाधव ने कहा कि संजय राउत ऐसे नेता हैं जो रात को इस विचार के साथ सोते हैं कि सुबह उठते ही किसी पर आरोप लगाना है। उनका कहना था कि संजय राउत ने किसी भी संस्था या नेता को नहीं बख्शा है।
केंद्रीय मंत्री ने संजय राउत द्वारा चुनाव आयोग पर उठाए गए आरोपों को भी खारिज किया, यह कहते हुए कि हमारा देश लोकतंत्र के तहत कार्य करता है और यह आयोग का निर्णय था कि एकनाथ शिंदे को चुनाव चिन्ह दिया गया।