क्या मनपा चुनाव से पहले संजय शिरसाट का बड़ा बयान है? गठबंधन पर होगा अंतिम फैसला!
सारांश
Key Takeaways
- गठबंधन का अंतिम फैसला जल्द होना चाहिए।
- हिंदू समुदाय की सुरक्षा एक महत्वपूर्ण मुद्दा है।
- राजनीतिक दलों को एकजुट होकर चुनावी मुकाबला करना चाहिए।
- समाज के प्रति सरकार की जिम्मेदारी बढ़ती है।
- संजय शिरसाट का बयान राजनीति में महत्वपूर्ण मोड़ ला सकता है।
संभाजीनगर, 29 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। छत्रपति संभाजीनगर में आगामी महानगरपालिका चुनाव को लेकर राजनीतिक गतिविधियाँ तेजी से बढ़ रही हैं। मंत्री संजय शिरसाट ने सोमवार को इस विषय पर मीडिया से स्पष्ट और सीधी बातचीत की। उन्होंने कहा कि अब स्थिति अंतिम चरण में पहुँच चुकी है। नॉमिनेशन फॉर्म भरने की अंतिम तिथि मंगलवार को दोपहर 3 बजे तक है और अब केवल कुछ ही घंटे शेष हैं। ऐसे में यदि आज गठबंधन पर कोई अंतिम निर्णय नहीं होता, तो सभी पार्टियों को अलग-अलग चुनाव लड़ना पड़ेगा।
शिरसाट ने कहा कि यदि आज गठबंधन तय होता है, तो सभी सहयोगी दल एकजुट होकर चुनावी मुकाबले में उतरेंगे। यदि सहमति नहीं बनती, तो हर पार्टी को अपने दम पर चुनाव लड़ना होगा।
इससे आगे बढ़ते हुए, मंत्री संजय शिरसाट ने बांग्लादेश और पाकिस्तान में हिंदू समुदाय की स्थिति पर भी अपनी राय व्यक्त की। उन्होंने कहा कि इन दोनों देशों में लंबे समय से हिंदुओं को निशाना बनाया जाता रहा है। वहाँ हिंदुओं के लिए जीवन कठिन बना दिया गया है।
उन्होंने कहा कि जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने के प्रयास होते रहे हैं और यह कोई एक दिन की बात नहीं है, बल्कि वर्षों से चली आ रही राजनीति का हिस्सा है।
शिरसाट ने कहा कि इन देशों ने हमेशा हिंदुओं के प्रति द्वेष की भावना रखी है और उनके साथ भेदभाव किया है। अब समय आ गया है कि हमें इसका जवाब देना चाहिए और सबक सिखाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वहाँ रहने वाले हिंदुओं की रक्षा करना हमारी जिम्मेदारी है। यह सिर्फ राजनीति का मुद्दा नहीं है, बल्कि मानवता और अपने समाज के लोगों की सुरक्षा का प्रश्न है।
उन्होंने यह भी भरोसा दिलाया कि देश का नेतृत्व इस गंभीर मुद्दे पर चुप नहीं बैठेगा। प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार इस दिशा में ठोस कदम उठाएगी। शिरसाट के अनुसार, हिंदुओं की सुरक्षा और सम्मान के लिए आवश्यक होने पर सख्त फैसले भी लिए जाएंगे।