क्या संजय उपाध्याय का तंज राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के सपने पर है?

सारांश
Key Takeaways
- इंडी गठबंधन के स्थायित्व पर सवाल उठाए गए हैं।
- राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने के सपने का मजाक उड़ाया गया।
- कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर भी तंज किया गया।
- सुप्रीम कोर्ट के आदेश का समर्थन किया गया।
- कुत्तों के मामले में उचित व्यवस्थाओं का सुझाव दिया गया।
नई दिल्ली, १२ अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और विधायक संजय उपाध्याय ने इंडी गठबंधन पर तीखा हमला किया। उन्होंने कांग्रेस सांसद राहुल गांधी पर भी तंज कसा। संजय उपाध्याय ने कहा कि राहुल गांधी प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे हैं।
संजय उपाध्याय ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में कहा कि लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री बनने का सपना देखने वाले राहुल गांधी ने अलग-अलग विचारधारा वाले विरोधी दलों को जोड़कर इंडी अलायंस बनाने का प्रयास किया। देशभर के अर्बन नक्सल को एकत्रित कर 'भारत जोड़ो यात्रा' चलाई। यह गठबंधन अधिक समय तक नहीं चल सका। दिल्ली चुनाव में भी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच कोई गठबंधन नहीं रहा। कांग्रेस नेताओं के भ्रष्टाचार और सत्ता के दुरुपयोग के आरोप इंडी अलायंस के मतभेदों को उजागर करते हैं। देश में निर्विवाद नेतृत्व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का है, जनता का विश्वास उन्हीं में है और आने वाले चुनावों में उनके नेतृत्व में विकास के नाम पर जीत होगी, जबकि इंडी अलायंस बिखर जाएगा।
भाजपा नेता ने कांग्रेस और राहुल गांधी पर तंज किया। उपाध्याय ने कहा कि कांग्रेस और राहुल गांधी का रवैया दोहरापन दर्शाता है। एक ओर वे महाराष्ट्र में फर्जी वोटर के आरोप लगाते हैं, तो दूसरी ओर जब चुनाव आयोग घर-घर जाकर मतदाताओं का सत्यापन ईमानदारी से कर रहा है, तब उसका विरोध करते हैं। आखिर राहुल गांधी चाहते क्या हैं, यह देश समझना चाहता है। वह देश को गुमराह करने, अराजकता फैलाने और संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने का प्रयास कर रहे हैं। ऐसे कार्यों से विपक्ष की मानसिकता और मंशा उजागर होती है, जिसे जनता बर्दाश्त नहीं करेगी।
उपाध्याय ने सुप्रीम कोर्ट के दिल्ली-एनसीआर के आवारा कुत्तों को शेल्टर होम में डालने के आदेश का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि मुंबई में सोसाइटी में कुत्तों को लेकर विवाद होते हैं। कुछ लोग पशु प्रेमी हैं और सेवा करना चाहते हैं। कई बार कुत्ते लोगों को काट लेते हैं, जिससे लोगों में भय पैदा हो जाता है। ऐसे में जहां संख्या अधिक है, वहां कुत्तों को उठाकर शेल्टर होम में रखा जाए तो यह स्वागत योग्य है, बशर्ते उनके खाने-पीने और देखभाल की उचित व्यवस्था हो। यदि यह व्यवस्था होगी, तो यह स्वागतयोग्य है।