क्या संसदीय समिति पहलगाम आतंकी हमले के क्षेत्र का दौरा करेगी?

सारांश
Key Takeaways
- पहलगाम में आतंकवादी हमले का दौरा
- सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा
- संसदीय समिति का महत्वपूर्ण कदम
- स्थानीय प्रशासन के साथ मीटिंग
- आतंकवाद का प्रभाव
नई दिल्ली, 28 जून (राष्ट्र प्रेस)। एक संसदीय समिति पहलगाम में हुए आतंकी हमले के प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने जा रही है। यह घटना के बाद का पहला आधिकारिक दौरा होगा, जिसका मुख्य उद्देश्य जमीनी स्थिति का आकलन करना और प्रशासनिक तथा सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा करना है।
भाजपा के वरिष्ठ सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर की अगुवाई में कोयला, खान और इस्पात विभाग से संबंधित संसदीय स्थायी समिति एक व्यापक अध्ययन यात्रा का आयोजन करेगी। इस दौरान समिति मुंबई, कुर्ग और श्रीनगर में भी रुकने का कार्यक्रम है।
कश्मीर चरण की शुरुआत में, समिति के सदस्य जम्मू जाएंगे, जहां वे उच्च प्रशासनिक अधिकारियों के साथ प्रारंभिक बैठकें करेंगे।
जम्मू में अपने प्रवास के दौरान, प्रतिनिधिमंडल का माता वैष्णो देवी मंदिर का दौरा करने का भी कार्यक्रम है, इसके बाद वे श्रीनगर जाने के लिए वंदे भारत एक्सप्रेस में सवार होंगे।
श्रीनगर में, समिति क्षेत्रीय विकास, सुरक्षा चिंताओं और नागरिक जीवन व पर्यटन पर आतंकवाद के प्रभाव पर चर्चा करने के लिए आगे की बैठकें आयोजित करेगी।
श्रीनगर में अपनी बैठकों के बाद, समिति बैसरन घाटी में आतंकवादी हमले के वास्तविक स्थल का दौरा करने के लिए पहलगाम जाएगी।
पहलगाम के इस लोकप्रिय पर्यटन शहर के पास बैसरन घाटी में हुए आतंकवादी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया है और इस पर जनता तथा राजनीतिक नेतृत्व दोनों की ओर से कड़ी प्रतिक्रियाएँ आई हैं।
पीड़ितों के नाम पूछे जाने के बाद उन्हें निशाना बनाना, इस हमले की क्रूर और सांप्रदायिक प्रकृति को दर्शाता है।
इस उच्च-स्तरीय दौरे के समुचित समन्वय के लिए, जम्मू-कश्मीर सरकार ने भूविज्ञान और खनन निदेशक एस.पी. रुकवाल को आधिकारिक समन्वयक नियुक्त किया है।