क्या भाजपा नेता ने सपा सांसद सनातन पांडे को पाकिस्तान जाने की सलाह दी?
सारांश
Key Takeaways
- भाजपा नेता ने सपा सांसद को पाकिस्तान जाने की सलाह दी।
- पुलवामा हमले पर सांसद का बयान विवादास्पद रहा।
- राजनीतिक नेताओं के बयानों का राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रभाव पड़ता है।
रांची, 31 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता प्रतुल शाहदेव ने समाजवादी पार्टी के सांसद सनातन पांडे के पुलवामा हमले के संदर्भ में दिए गए बयान की तीखी आलोचना की। उन्होंने कहा कि ऐसे व्यक्तियों को शर्म आनी चाहिए। उन्होंने सांसद को सलाह दी है कि वे पाकिस्तान चले जाएं।
रांची में राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भाजपा नेता ने कहा कि सपा सांसद राष्ट्रीय हित के मुद्दों पर राजनीति कर रहे हैं। पुलवामा में हुए हमले में हमारे सीआरपीएफ के कई जवान शहीद हुए थे। यदि यह कोई पाकिस्तानी सांसद कहता, तो समझ में आता, लेकिन ये भारत के सांसद हैं और उन्हें यह भी नहीं पता कि इनके बयानों को पाकिस्तान किस तरह पेश करेगा। प्रधानमंत्री तो देश का स्वाभिमान होते हैं; अगर सपा जैसे सांसदों को देश और प्रधानमंत्री पसंद नहीं हैं, तो उन्हें पाकिस्तान चले जाना चाहिए, जहाँ उन्हें अधिक इज्जत मिलेगी।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अयोध्या में श्री राम मंदिर के दर्शन पर उन्होंने कहा कि रामलला हमारे जीवन में अयोध्या में विराजमान होंगे, यह कभी किसी ने नहीं सोचा था। सुप्रीम कोर्ट में नियमित सुनवाई के बाद रामलला के भव्य मंदिर का सपना साकार हुआ। श्री राम मंदिर ट्रस्ट बना और भव्य मंदिर तैयार हुआ। आज रामलला के प्राण प्रतिष्ठा की दूसरी वर्षगांठ है। 500 साल पहले आक्रांताओं ने जिस निशानी को मिटाने की कोशिश की थी, आज वह भव्य रूप से पूरी दुनिया देख रही है। यह हमारी सनातन की अटूट परंपरा है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बंगाल को लेकर दिए बयान पर भाजपा नेता ने कहा कि बांग्लादेश के साथ हमारा जो बाड़ा है, उसमें पूरी फेंसिंग हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में केवल कुछ किलोमीटर की फेंसिंग बाकी है। राज्य सरकार की जिम्मेदारी है कि वह जमीन को अधिकृत करके केंद्र सरकार को दे, ताकि फेंसिंग हो सके। लेकिन दीदी और घुसपैठियों का रिश्ता क्या कहलाता है, यह समझ में नहीं आता। ऐसा लगता है कि दीदी चाहती हैं कि ये घुसपैठिए आएं। मुझे लगता है कि ममता बनर्जी को यह समझना चाहिए कि राष्ट्रहित सर्वोपरि होता है, उसके बाद ही कुछ और होता है।
उन्होंने कहा कि यदि बंगाल सरकार फेंसिंग के लिए जमीन नहीं दे रही है, तो कहीं न कहीं यह राष्ट्र का अहित कर रही है।