क्या सर्दियों में भुना मखाना है एक हेल्दी स्नैक?
सारांश
Key Takeaways
- भुना मखाना सर्दियों में ऊर्जा प्रदान करता है।
- कम कैलोरी और उच्च फाइबर के कारण वजन घटाने में सहायक।
- पाचन तंत्र को सुधारता है और कब्ज दूर करता है।
- स्वास्थ्य के लिए कई लाभ प्रदान करता है।
- सभी आयु वर्ग के लिए सुरक्षित और फायदेमंद।
नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। सर्दियों में ठंड के कारण पाचन तंत्र कमजोर हो जाता है, जिससे अपच, कब्ज, गैस और अन्य पेट की समस्याएँ उत्पन्न होने लगती हैं। इसके साथ ही, शरीर में ऊर्जा की कमी महसूस होती है। ऐसे में भुना मखाना एक हल्का, स्वादिष्ट और पौष्टिक नाश्ता बनता है।
भुना मखाना कम कैलोरी वाला होता है, जबकि यह प्रोटीन, फाइबर और आवश्यक मिनरल्स से भरपूर रहता है। रोजाना एक मुट्ठी भुना मखाना का सेवन पाचन को दुरुस्त रखता है, ऊर्जा को बनाए रखता है और अनहेल्दी क्रेविंग को कम करता है।
भारत सरकार के आयुष मंत्रालय ने सर्दियों में सेहत बनाए रखने के लिए भुने हुए मखाने को नाश्ते में शामिल करने की सिफारिश की है। सर्दियों में एक मुट्ठी भुने हुए मखाने का सेवन करना शरीर की ऊर्जा को बनाए रखने और क्रेविंग को नियंत्रित करने में सहायक होता है। स्वादिष्ट होने के साथ-साथ यह पेट को सही रखता है और कई स्वास्थ्य लाभ प्रदान करता है।
मखाना, जिसे फॉक्स नट्स या कमल के बीज भी कहा जाता है, अत्यधिक पौष्टिक होता है। यह एक कम कैलोरी वाला स्नैक है, जो प्रोटीन, फाइबर, मैग्नीशियम, पोटैशियम, आयरन और जिंक का अच्छा स्रोत है। सर्दियों में जब शरीर को गर्माहट और ऊर्जा की आवश्यकता होती है, तब भुना मखाना एक बेहतरीन विकल्प है। यह शरीर को अंदर से गर्म रखता है और अनहेल्दी स्नैक्स की क्रेविंग को नियंत्रित करता है।
भुने मखाने में उच्च मात्रा में फाइबर होता है, जो कब्ज को दूर करने और पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करता है।
भुने मखाने में कम कैलोरी और उच्च फाइबर होता है, जिससे भूख कम लगती है और वजन घटाने में सहायता मिलती है। यह सर्दियों में थकान दूर करता है और दिनभर ऊर्जा बनाए रखता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स और पोटैशियम होते हैं जो ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करते हैं और हार्ट हेल्थ में सुधार करते हैं। यह कैल्शियम और मैग्नीशियम से भरपूर होता है, जो हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाता है।
भुना मखाना एंटी-एजिंग गुणों से भी युक्त है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं जो त्वचा को चमकदार बनाते हैं और उम्र के प्रभाव को कम करते हैं। लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स के कारण मखाना डायबिटीज के रोगियों के लिए भी उपयुक्त होता है। जिंक और अन्य मिनरल्स रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करते हैं।
भुना मखाना बनाना आसान है। एक मुट्ठी मखाने को घी या बिना तेल के भूनें। इसमें स्वाद के अनुसार नमक, काली मिर्च पाउडर या चाट मसाला डालकर सेवन करें। मीठा बनाने के लिए गुड़ या शहद मिला सकते हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार, सर्दियों में रोजाना एक मुट्ठी भुना मखाना का सेवन करना सेहत को बनाए रखने में मदद करता है। यह बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए सुरक्षित और फायदेमंद है। हालाँकि, अधिक मात्रा में न खाएं और यदि कोई एलर्जी हो तो डॉक्टर से सलाह लें।