क्या सरकार का ध्यान टियर 2 और टियर 3 शहरों के उद्यमियों को सशक्त बनाने पर है? : पीयूष गोयल

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क्या सरकार का ध्यान टियर 2 और टियर 3 शहरों के उद्यमियों को सशक्त बनाने पर है? : पीयूष गोयल

सारांश

केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने हाल ही में टियर 2 और टियर 3 शहरों के उद्यमियों को सशक्त बनाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को उजागर किया। स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए उठाए गए कदमों पर चर्चा की गई, जो भारत के विकास के लिए महत्वपूर्ण हैं।

Key Takeaways

  • सरकार ने टियर 2 और टियर 3 शहरों के उद्यमियों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया है।
  • स्टार्टअप इकोसिस्टम को मजबूत करने के लिए इनोवेशन पर जोर दिया गया है।
  • नेशनल स्टार्टअप अवॉर्ड कई क्षेत्रों में उत्कृष्टता को मान्यता देता है।
  • डीप-टेक स्टार्टअप्स के साथ संवाद से बहुमूल्य सुझाव प्राप्त हुए हैं।
  • 1.75 लाख से अधिक स्टार्टअप को डीपीआईआईटी द्वारा मान्यता दी गई है।

नई दिल्ली, 16 जुलाई (राष्ट्र प्रेस) । केंद्रीय वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने स्टार्टअप इकोसिस्टम को निरंतर सुदृढ़ बनाया है। इसके साथ ही, समावेशी प्रयासों और भारत की उद्यमशीलता क्षमता को उजागर करने की प्रतिबद्धता के तहत विशेष रूप से टियर 2 और टियर 3 शहरों के उद्यमियों को सशक्त बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है।

नेशनल स्टार्टअप एडवाइजरी काउंसिल (एनएसएसी) की 10वीं बैठक में केंद्रीय मंत्री ने भारत के स्टार्टअप इकोसिस्टम को पुनर्परिभाषित करने के लिए इनोवेशन को एक आधार के रूप में रेखांकित किया, जिसमें आरएंडडी और सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया।

केंद्रीय मंत्री गोयल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपने पोस्ट में कहा, "इस बात पर जोर दिया कि संयुक्त प्रयास एक जीवंत उद्यमशीलता परिदृश्य को पोषित करने और विकसित भारत 2047 की ओर भारत की यात्रा का समर्थन करने के लिए महत्वपूर्ण होंगे।"

केंद्रीय मंत्री ने डीप-टेक स्टार्टअप्स के साथ उनके अनुभवों और अंतर्दृष्टियों को समझने के लिए बातचीत की।

उन्होंने कहा, "चर्चा में फंडिंग तक बेहतर पहुंच, इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट, नियामक सुविधा और वैश्विक बाजार संबंधों पर ध्यान केंद्रित किया गया। डीप-टेक इकोसिस्टम को मजबूत करने और विभिन्न क्षेत्रों में इनोवेशन को बढ़ावा देने के तरीकों पर बहुमूल्य सुझाव साझा किए गए। इस संवाद ने उभरती तकनीकी और उद्यमियों के लिए एक सहायक और भविष्य के लिए तैयार वातावरण बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि की।"

इसी बीच, उद्योग एवं आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (डीपीआईआईटी) ने स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम के तहत एक प्रमुख पहल, नेशनल स्टार्टअप अवॉर्ड (एनएसए) के पाँचवें संस्करण के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं।

एनएसए कृषि, क्लीन एनर्जी, फिनटेक, एयरोस्पेस, स्वास्थ्य, शिक्षा, साइबर सुरक्षा और सुगम्यता सहित कई क्षेत्रों को कवर करता है। प्रत्येक संस्करण में उभरती चुनौतियों और अवसरों के अनुरूप नई श्रेणियाँ पेश की जाती हैं।

2016 में शुरू किए गए स्टार्टअप इंडिया ने भारत के उद्यमशीलता परिदृश्य को बदल दिया है, इनोवेशन को बढ़ावा दिया है और युवाओं, महिलाओं, छात्रों और पहली बार स्टार्टअप शुरू करने वालों, विशेष रूप से टियर 2 और टियर 3 शहरों के लोगों को सशक्त बनाया है।

डीपीआईआईटी द्वारा अब तक 1.75 लाख से अधिक स्टार्टअप को मान्यता दी गई है, जो भारत के लगभग हर जिले का प्रतिनिधित्व करते हैं और कृषि, स्वास्थ्य, शिक्षा, ऊर्जा और डीप टेक सहित विभिन्न क्षेत्रों में फैले हुए हैं।

Point of View

बल्कि यह भारतीय उद्यमिता की क्षमता को भी उजागर करते हैं। यह एक सकारात्मक संकेत है कि सरकार ने विकास के इस मॉडल को अपनाया है, जो दीर्घकालिक स्थिरता और समावेशिता को बढ़ावा देता है।
NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

सरकार ने टियर 2 और टियर 3 शहरों के उद्यमियों के लिए क्या कदम उठाए हैं?
सरकार ने स्टार्टअप इंडिया कार्यक्रम के तहत विभिन्न पहलों की शुरुआत की है, जिसमें किफायती फंडिंग, इंफ्रास्ट्रक्चर सपोर्ट और बाजार संबंधों पर जोर दिया गया है।
नेशनल स्टार्टअप अवॉर्ड क्या है?
नेशनल स्टार्टअप अवॉर्ड एक प्रमुख पहल है जो विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्टता को मान्यता देती है, खासकर उन क्षेत्रों में जो उद्यमिता को बढ़ावा देते हैं।