क्या सऊदी अरब हादसे में भारतीयों की मौत पर भाकपा (माले) ने अपनी चिंता व्यक्त की?
सारांश
Key Takeaways
- 42 भारतीय नागरिकों की सऊदी अरब में मौत हुई है।
- भाकपा (माले) ने सरकार से त्वरित कार्रवाई की मांग की है।
- घायलों को बेहतर चिकित्सा प्रदान करने की आवश्यकता है।
- परिवारों को समर्थन प्रदान करने के लिए उपाय किए जाने चाहिए।
- भविष्य में यात्रियों की सुरक्षा के लिए बेहतर इंतजाम होना जरूरी है।
नई दिल्ली, 17 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भाकपा (माले) ने सऊदी अरब में मदीना के निकट घटित भीषण बस दुर्घटना में भारतीय नागरिकों की मौत पर गहरा शोक व्यक्त किया है। अब तक की जानकारी के अनुसार, हैदराबाद से उमराह के लिए गए 42 लोगों की मौत हुई है।
पार्टी की केंद्रीय समिति ने एक बयान जारी कर कहा कि यह दुर्घटना पूरे देश के लिए एक बड़ा झटका है। हम उन सभी परिवारों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। हमारी गहरी संवेदना और एकजुटता शोक संतप्त परिजनों के साथ है।
भाकपा (माले) ने भारत सरकार से त्वरित और प्रभावी कदम उठाने की अपील की है। पार्टी ने कहा कि सरकार को सबसे पहले जल्द से जल्द मृतकों की पहचान करना चाहिए और उनके पार्थिव शरीर को स्वदेश लाना चाहिए। घायलों को सऊदी अरब में उत्तम चिकित्सा सुविधा मिलनी चाहिए और आवश्यकता पड़ने पर उन्हें भारत लाकर भी उपचार किया जाना चाहिए।
पार्टी ने यह भी कहा कि इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों को हर प्रकार की सहायता मिलनी चाहिए। इसमें समय पर सही जानकारी देना, काउंसलिंग की सुविधा, आर्थिक सहायता और हर जरूरी सहयोग शामिल है। सरकार को भारतीय दूतावास के माध्यम से परिवारों से सीधे और निरंतर संपर्क बनाना चाहिए ताकि उन्हें अकेलापन महसूस न हो।
भाकपा (माले) ने यह अपील की कि ऐसी दुखद घटनाओं से सबक लेते हुए विदेश में यात्रा करने वाले लोगों की सुरक्षा के लिए बेहतर इंतजाम किए जाएं। साथ ही विदेश में फंसे या मुसीबत में पड़े हर भारतीय को तुरंत सहायता पहुंचाने के लिए मजबूत व्यवस्था बनाई जाए।
सूचना के अनुसार, हैदराबाद की दो टूर एंड ट्रेवल्स कंपनियों की सेवाओं के जरिए लोग 9 नवंबर को सऊदी अरब रवाना हुए थे।
जेद्दा में भारतीय दूतावास ने प्रभावित परिवारों की सहायता के लिए 24x7 नियंत्रण कक्ष स्थापित किया है। जानकारी के लिए टोल फ्री नंबर 8002440003 पर संपर्क किया जा सकता है।