क्या सावन की दूसरी सोमवारी पर भक्तों की भीड़ ने 'बाबा धाम' में नया रिकॉर्ड बनाया?

Click to start listening
क्या सावन की दूसरी सोमवारी पर भक्तों की भीड़ ने 'बाबा धाम' में नया रिकॉर्ड बनाया?

सारांश

झारखंड के देवघर में सावन की दूसरी सोमवारी पर भक्तों की भीड़ ने हर बार के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। लाखों श्रद्धालुओं ने 108 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर जलार्पण के लिए बाबा बैद्यनाथ धाम पहुंचे हैं। इस लेख में जानें इस अवसर की विशेषताएं और प्रशासन की तैयारियों के बारे में।

Key Takeaways

  • सावन की दूसरी सोमवारी पर भक्तों का तांता
  • 108 किलोमीटर की पैदल यात्रा
  • विशेष बेलपत्र पूजा का आयोजन
  • सुरक्षा व्यवस्था में कड़े इंतजाम
  • जल चढ़ाने का महत्व विशेष रूप से बढ़ा हुआ

देवघर, 21 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। सावन की दूसरी सोमवारी के मौके पर झारखंड के देवघर में स्थित बाबा बैद्यनाथ धाम में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी है। सुल्तानगंज से उत्तरवाहिनी गंगा का जल लेकर 108 किलोमीटर की पैदल यात्रा करके लाखों कांवड़िये बाबा की नगरी पहुंच चुके हैं।

सोमवार की सुबह 4:07 बजे पारंपरिक पूजा के बाद मंदिर के कपाट खुलते ही जल चढ़ाने की प्रक्रिया आरंभ हो गई। सुबह 8 बजे तक श्रद्धालुओं की कतार 10 किलोमीटर लंबी हो चुकी थी। इस दूसरी सोमवारी पर तीन लाख से अधिक श्रद्धालु जल चढ़ा सकते हैं।

बाबा धाम के तीर्थ पुरोहित लंबोहर परिहस्त ने बताया कि इस बार सावन की दूसरी सोमवारी के साथ कामदा एकादशी का संयोग है, जिससे आज जल चढ़ाने का महत्व और भी बढ़ गया है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, भगवान विष्णु ने स्वयं बाबा बैद्यनाथ पर जल चढ़ाकर दुनिया के कल्याण की प्रार्थना की थी। इसलिए आज जल चढ़ाना विशेष रूप से पुण्यदायी माना जाता है।

सोमवार रात 10 बजे विशेष बेलपत्र पूजा आयोजित की जाएगी, जिसमें मंदिर के पुजारी बेलपत्र चढ़ाकर बाबा का रुद्राभिषेक करेंगे। कांवड़ियों की भारी भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा-व्यवस्था को और अधिक मजबूत कर लिया है।

देवघर के उपायुक्त नमन प्रियेश लकड़ा ने सोमवार सुबह राजकीय श्रावणी मेले को लेकर कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को पूरी सतर्कता के साथ काम करने का निर्देश दिया। भीड़ प्रबंधन के लिए इस बार वीआईपी और वीवीआईपी दर्शन पर रोक, आउट ऑफ टर्न दर्शन पर पाबंदी और स्पर्श दर्शन पर प्रतिबंध लगाया गया है। सभी श्रद्धालुओं के लिए अरघा के माध्यम से ही जलार्पण की व्यवस्था की गई है।

ज्ञात रहे कि वैद्यनाथ धाम भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी गई हर मुराद पूरी होती है।

Point of View

NationPress
21/07/2025

Frequently Asked Questions

सावन की दूसरी सोमवारी कब है?
सावन की दूसरी सोमवारी इस वर्ष 21 जुलाई को है।
बाबा बैद्यनाथ धाम का महत्व क्या है?
यह स्थान भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है और यहां सच्चे मन से की गई प्रार्थना अवश्य पूरी होती है।
कितने श्रद्धालु जल चढ़ाने आए हैं?
इस बार तीन लाख से अधिक श्रद्धालु जल चढ़ाने के लिए आए हैं।