क्या कुबेरेश्वर धाम में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला थम जाएगा?

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क्या कुबेरेश्वर धाम में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला थम जाएगा?

सारांश

सीहोर के कुबेरेश्वर धाम में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत का मामला गंभीर हो गया है। पिछले तीन दिनों में सात लोगों की मौत हो चुकी है, जिसके बाद मानवाधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है। क्या यह सिलसिला अब थमेगा?

Key Takeaways

  • कुबेरेश्वर धाम में हालात चिंताजनक हैं।
  • भारी भीड़ के कारण श्रद्धालुओं को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
  • मानवाधिकार आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है।
  • स्थानीय प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए जा रहे हैं।

सीहोर, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में स्थित कुबेरेश्वर धाम में कांवड़ यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की मौत का सिलसिला जारी है। पिछले तीन दिनों में यहां कुल सात श्रद्धालुओं की मौत हो चुकी है, जिसके चलते मानवाधिकार आयोग ने मामले का संज्ञान लिया है।

गुरुवार को दो और लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जिनमें से एक गोरखपुर (उत्तर प्रदेश) और दूसरा दिल्ली का निवासी है। मृतकों में चतुर सिंह (50), ईश्वर सिंह (65), दिलीप सिंह (57), जसवंती बेन (56), संगीता गुप्ता (48) और उपेंद्र गुप्ता (22) शामिल हैं। सभी के शव को जिला अस्पताल की मर्चरी में रखा गया है।

जानकारी के अनुसार, कुबेरेश्वर धाम में भीड़ और प्रशासनिक अव्यवस्था के चलते श्रद्धालुओं को गर्मी और स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे यह दुखद घटनाएं हो रही हैं। स्थानीय प्रशासन और पुलिस इन मौतों को स्वाभाविक बताकर मामले से किनारा करने की कोशिश कर रहे हैं, जबकि परिजनों और स्थानीय लोगों में आक्रोश है कि इतनी बड़ी संख्या में मौतें कैसे हो रही हैं।

मानवाधिकार आयोग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वतः संज्ञान लिया है और संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जा सकता है। इस धार्मिक स्थल पर लगातार हो रही मौतों ने व्यवस्थाओं पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर दिया है और प्रशासनिक लापरवाही की जांच की मांग तेज हो गई है।

ज्ञात हो कि कुबेरेश्वर धाम में हर साल सावन माह में विशेष कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इस दौरान रुद्राक्ष का वितरण भी होता है, जिससे बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां आते हैं।

कांग्रेस ने कुबेरेश्वर धाम में हो रही इन मौतों पर सवाल उठाए हैं और सुरक्षा व्यवस्था की कमी को लेकर सरकार की आलोचना की है। कांग्रेस नेता केके मिश्रा ने कहा कि इन मौतों से यह स्पष्ट होता है कि आर्थिक लाभ के लिए आस्था के नाम पर लापरवाही बरती जा रही है। जिला प्रशासन चुप और लाचार है, जिसके कारण ऐसी घटनाएं घटित हो रही हैं। लाखों लोगों की भीड़ के कारण इंदौर-भोपाल मार्ग पर कई घंटों तक जाम रहा, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।

Point of View

बल्कि यह प्रशासनिक लापरवाही को भी उजागर करती है। ऐसे में जरूरी है कि सभी संबंधित अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाए और व्यवस्था में सुधार लाया जाए।
NationPress
07/08/2025

Frequently Asked Questions

कुबेरेश्वर धाम में कौन-कौन से हादसे हुए हैं?
कुबेरेश्वर धाम में कांवड़ यात्रा के दौरान पिछले तीन दिनों में कुल सात श्रद्धालुओं की मौत हुई है।
मानवाधिकार आयोग ने इस मामले में क्या कदम उठाया है?
मानवाधिकार आयोग ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए स्वतः संज्ञान लिया है और संबंधित अधिकारियों से जवाब तलब किया जा सकता है।
इन मौतों का कारण क्या है?
इन मौतों का कारण भारी भीड़ और प्रशासनिक अव्यवस्था बताई जा रही है, जिसके चलते श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ा।