क्या सेमीकॉन इंडिया भारत का चिप मिशन तेज कर रहा है?

सारांश
Key Takeaways
- भारत की सेमीकंडक्टर यात्रा तेज हो रही है।
- प्रधानमंत्री मोदी का दृष्टिकोण महत्वपूर्ण है।
- निवेश का माहौल आशाजनक है।
- नवाचार और नीतिगत सुधार आवश्यक हैं।
- भारत वैश्विक सेमीकंडक्टर केंद्र बनने की दिशा में है।
नई दिल्ली, 3 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। सेमीकॉन इंडिया 2025 में एक उत्साहजनक माहौल देखने को मिला। उद्योग के प्रमुख उद्यमियों ने कहा कि भारत की सेमीकंडक्टर यात्रा तेजी से प्रगति कर रही है और यह देश वैश्विक सेमीकंडक्टर केंद्र बनने के रास्ते पर है।
विशेषज्ञों ने भारत के चिप मिशन की गति को भविष्य में मजबूत विकास का संकेत बताया। इस आयोजन में नवाचार, निवेश और नीतिगत सुधारों पर चर्चा की गई, जो भारत को सेमीकंडक्टर उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाने के लिए महत्वपूर्ण हैं।
कई विशेषज्ञों ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण और पिछले वर्षों में हुई प्रगति की प्रशंसा की।
बिजनेस डेवलपमेंट के उपाध्यक्ष आरएन राजेंद्रन ने कहा कि सेमीकंडक्टर निर्माण की गति भविष्य के विकास का स्पष्ट संकेत देती है। उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र में तेजी से सुधार और विस्तार हो रहा है।
ब्रेन डोमेन के संस्थापक संदीप शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा भारत को वैश्विक मानचित्र पर लाने का प्रयास उल्लेखनीय है। उन्होंने सेमीकंडक्टर उद्योग में 35 वर्षों का अनुभव साझा किया।
सुचि सेमीकॉन प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक अशोक मेहता ने इसका श्रेय सरकार के दृष्टिकोण को दिया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का दूरदर्शी दृष्टिकोण सेमीकंडक्टर क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ा रहा है।
कायन्स सेमीकॉन के सीईओ रघु पनिकर ने कहा कि प्रधानमंत्री ने पिछले दो वर्षों में हमारी प्रगति देखी थी।
इंडीसेमिक के संस्थापक निकल शाह ने कहा कि उनकी कंपनी वर्टिकल इंटीग्रेशन के माध्यम से विकास कर रही है।
वैश्विक कंपनियों के लिए भी भारत में बदलाव स्पष्ट दिखाई दे रहा है। डेल्टा इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के अध्यक्ष बेंजामिन लिन ने कहा कि यह मेरा तीसरा कार्यकाल है और तीन वर्षों में हुई प्रगति स्पष्ट है।
डेल्टा के सॉल्यूशन ऑटोमेशन बिजनेस ग्रुप के बिजनेस हेड अनिल चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री ने आज हमारे स्टॉल पर आने के दौरान व्यक्तिगत बातचीत की।
लंबे अंतरराष्ट्रीय अनुभव वाली कंपनियों से लेकर घरेलू नवप्रवर्तकों तक कई लोगों ने कहा कि अब निवेश के लिए माहौल आशाजनक है।
केएएस ग्रुप के प्रबंध निदेशक मंजूनाथ ज्योतिनगर ने कहा कि यह उद्योग भारत के लिए नया है, लेकिन हम 17 वर्षों से सौर ऊर्जा और उन्नत विनिर्माण में कार्यरत हैं।
फर्मियनआईसी के सीईओ और सह-संस्थापक गौतम कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री के दौरे का अनुभव साझा किया।
आईईएसए के अध्यक्ष अशोक चांडक ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी का इस कार्यक्रम में बार-बार शामिल होना सेमीकंडक्टर क्षेत्र के महत्व को दर्शाता है।