क्या रक्षा मंत्री की टिप्पणी ‘सिंध के बिना हिंद नहीं है’ का शाहनवाज हुसैन ने समर्थन किया?

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क्या रक्षा मंत्री की टिप्पणी ‘सिंध के बिना हिंद नहीं है’ का शाहनवाज हुसैन ने समर्थन किया?

सारांश

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की टिप्पणी पर शाहनवाज हुसैन ने समर्थन किया है। उन्होंने कहा कि सिंध के बिना हिंद की पहचान अधूरी है। क्या यह बयान भारतीय राजनीति में नई बहस का कारण बनेगा?

Key Takeaways

  • सिंध की पहचान हिंद के लिए महत्वपूर्ण है।
  • राजनीतिक हलकों में इस बयान पर प्रतिक्रिया हो रही है।
  • सिंध में विकास की कमी एक प्रमुख मुद्दा है।
  • राजनाथ सिंह का बयान ऐतिहासिक संदर्भ को उजागर करता है।
  • हुसैन ने आरजेडी की आलोचना की है।

नई दिल्ली, २४ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने सोमवार को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की हाल की टिप्पणी का समर्थन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि सिंध भारत में वापस आ सकता है। सिंध के बिना कोई हिंद नहीं है।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पहले कहा था कि सिंध के लोगों को हमेशा भारत का अपना माना जाएगा, इस पर राजनीतिक हलकों में कड़ी प्रतिक्रिया हुई थी।

शाहनवाज हुसैन ने राष्ट्र प्रेस से बात करते हुए कहा कि सिंध के बिना हिंद की क्या पहचान है? सिंध के बिना हमारा राष्ट्रगान अधूरा है। राजनाथ सिंह ने बहुत सुंदर बात कही है। उनके बयान से पूरे देश के लोग खुश हैं। हम जानते हैं कि एक दिन पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर भी हमारे पास वापस आ जाएगा और सिंध हमसे ज्यादा समय तक अलग नहीं रह सकता।

उन्होंने आगे कहा कि सिंध में विकास की कमी से वहां के लोगों में नाराजगी है।

उन्होंने कहा कि सिंध में कोई विकास नहीं हुआ है। वे मुंबई को देखते हैं और निराश हो जाते हैं। इसलिए, सिंध के बिना हिंद नहीं है, और यह सपना एक दिन पूरा होगा।

बिहार के उपमुख्‍यमंत्री सम्राट चौधरी को राज्य का गृह मंत्री बनाए जाने पर आरजेडी के सवाल उठाने पर हुसैन ने कहा कि आलोचना बेबुनियाद है। उन्होंने कहा कि आरजेडी को खुद को देखना चाहिए। सम्राट चौधरी एक बहुत अच्छे मंत्री हैं। फाइनेंस मिनिस्टर के तौर पर उन्होंने राज्य के फाइनेंस को बहुत अच्छे से मैनेज किया। आरजेडी नेता डरे हुए हैं, इसीलिए वे ऐसे बयान दे रहे हैं।

हुसैन ने झारखंड के मंत्री इर्फान अंसारी की वोटर लिस्ट के एसआईआर के सिलसिले में बूथ लेवल ऑफिसर्स के बारे में विवादित टिप्पणी पर भी प्रतिक्रिया दी है।

उन्होंने कहा कि झारखंड के मंत्री इर्फान अंसारी के खिलाफ केस दर्ज होना चाहिए और कार्रवाई होनी चाहिए। बीएलओ के बारे में ऐसी बातें कहने के लिए केस दर्ज होना चाहिए। यह कहना कि बीएलओ को घर पर बांधकर रखना चाहिए, बहुत ही गैर-जिम्मेदाराना बयान है।

अंसारी के बीएलओ की सार्वजनिक रूप से आलोचना करने और एसआईआर प्रक्रिया में रुकावट डालने की अपनी मंशा जाहिर करने के बाद झारखंड में राजनीतिक बवाल मच गया, जिस पर इलेक्शन कमीशन ने जवाब दिया। एक पब्लिक मीटिंग में बोलते हुए, अंसारी ने बीएलओ पर प्रशासनिक काम में रुकावट डालने का आरोप लगाया, जिसमें वोटर रिवीजन का काम भी शामिल है।

जानकारी के मुताबिक, उन्होंने लोकल लोगों से कहा कि अगर कोई बीएलओ एसआईआर से जुड़े काम के लिए उनके घर आए, तो उन्हें “उन्हें बांधने” में हिचकिचाना नहीं चाहिए।

उन्होंने कहा कि सभी को एसआईआर का विरोध करना चाहिए। अगर बीएलओ आपके घर आए, तो उन्हें अंदर बंद कर दें। बीएलओ वोटर लिस्ट से नाम हटाने आ रहा है। उसे घर के अंदर बंद कर दें और मेरे आने के बाद छोड़ दें।

Point of View

बल्कि भारत-पाकिस्तान संबंधों की जटिलता को भी उजागर करता है। एक राष्ट्रीय संपादक के रूप में, हमें इस विषय को ध्यान से समझने की आवश्यकता है। यह एक ऐसा मुद्दा है जो न केवल राजनीतिक दृष्टिकोण से, बल्कि सामाजिक और सांस्कृतिक दृष्टिकोण से भी महत्वपूर्ण है।
NationPress
25/11/2025

Frequently Asked Questions

राजनाथ सिंह की टिप्पणी का क्या मतलब है?
राजनाथ सिंह का कहना है कि सिंध के बिना हिंद की पहचान अधूरी है, जो भारत और पाकिस्तान के बीच की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंधों का संकेत है।
शाहनवाज हुसैन ने इस पर क्या कहा?
शाहनवाज हुसैन ने राजनाथ सिंह के बयान का समर्थन किया और कहा कि सिंध के बिना हिंद की पहचान नहीं हो सकती।
क्या यह बयान राजनीतिक विवाद का कारण बनेगा?
हां, यह बयान भारतीय राजनीति में नई बहस का कारण बन सकता है, खासकर आरजेडी और अन्य राजनीतिक दलों के बीच।
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