क्या शिबू सोरेन का निधन झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है?

सारांश
Key Takeaways
- शिबू सोरेन का योगदान अद्वितीय था।
- उनका निधन झारखंड के लिए एक महान क्षति है।
- राजनीति में उनकी विरासत को आगे बढ़ाना आवश्यक है।
रांची, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड सरकार के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने शिबू सोरेन को आदिवासियों का संरक्षक बताया है। उन्होंने कहा कि आज पूरा झारखंड शोक में डूबा हुआ है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि यदि आज झारखंड को यह पहचान मिली है, तो इसका श्रेय निश्चित तौर पर शिबू सोरेन को जाना चाहिए। गुरु जी के जाने से हम सभी असहाय महसूस कर रहे हैं। हम अब शून्य हो चुके हैं। इस अपूरणीय क्षति की भरपाई कैसे होगी, यह हम नहीं जानते।
इरफान अंसारी ने शिबू सोरेन को झारखंड के लोगों का संरक्षक बताते हुए कहा कि जब पूंजीपति वर्ग के लोग हम पर गोलियां चला रहे थे, तो गुरु जी (शिबू सोरेन) हमें बचाने के लिए तीर चला रहे थे। आज उन्हीं की वजह से हमारा अस्तित्व बचा हुआ है। हमारे राजनीतिक सफर की शुरुआत भी उनके साथ हुई थी और आज हम यहां तक पहुंचे हैं।
उन्होंने कहा कि झारखंड में उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा। शिबू सोरेन ने इस राज्य को नई दिशा दी और उन्हीं के दिखाए मार्ग के कारण हम आज यहां हैं।
भाजपा नेता राज सिन्हा ने शिबू सोरेन को झारखंड का अभिभावक बताते हुए कहा कि वे अन्याय और अत्याचार के खिलाफ एक मुखर आवाज थे। उन्हें पूरा झारखंड गुरु कहते थे, क्योंकि उन्होंने हर संघर्ष का सामना किया और उस पर विजय प्राप्त की। गुरु जी का जाना झारखंड के लिए एक बड़ी क्षति है। उनका जाना हमारे बीच एक अनुभवी व्यक्ति का चले जाना है, क्योंकि जब भी हमें कोई दिक्कत होती थी, हम तुरंत उनके पास जाते थे। भगवान गुरु जी की आत्मा को शांति दें।
भाजपा विधायक नवीन जायसवाल ने शिबू सोरेन को संघर्षशील नेता बताते हुए उनके निधन पर दुख व्यक्त किया और कहा कि उनकी कमी को कोई नहीं भर सकेगा। उन्होंने झारखंड की राजनीति को नई दिशा देने का कार्य किया। ईश्वर सभी झारखंडवासियों को इस दुख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।
लोजपा विधायक जनार्दन पासवान ने शिबू सोरेन के निधन को देश के लिए अपूरणीय क्षति बताया और कहा कि झारखंड के निर्माण में उनका योगदान अविस्मरणीय है। उनके जैसे नेता अब झारखंड में नहीं होंगे। उनका जाना झारखंड के लिए बहुत बड़ी क्षति है। गुरु जी ने हमेशा राज्य की तरक्की का सोचा।
भाजपा नेता सत्येंद्र नारायण ने शिबू सोरेन के निधन पर दुख व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों के हित में अपनी आवाज उठाने में समर्पित कर दिया। मुझे नहीं लगता है कि मौजूदा राजनीतिक परिदृश्य में कोई उनकी जगह ले सकेगा। गुरु जी का जाना झारखंड के लिए अपूरणीय क्षति है।
जदयू विधायक सरयू राय ने कहा कि उनकी अनुपस्थिति ने झारखंड की राजनीति में एक शून्य ला दिया है। हम प्रार्थना करते हैं कि हेमंत सोरेन इस शून्य को भरने में सफल हों। गुरु जी झारखंड की राजनीति के महानायक रहे हैं। उन्होंने अगली पीढ़ी के लिए एक विरासत छोड़ी है।