क्या ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सुकन्या समृद्धि योजना को नई गति दी?

सारांश
Key Takeaways
- सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।
- मुरैना में पासपोर्ट सेवा केंद्र का उद्घाटन हुआ।
- बेटियों के माता-पिता को योजना से जुड़ने की प्रेरणा मिली।
मुरैना, 13 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय संचार एवं उत्तर-पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री तथा गुना सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने शनिवार को मुरैना में सुकन्या समृद्धि योजना के विस्तार की घोषणा की और प्रधान डाकघर में पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र (पीओपीएसके) का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बेटियां हमारे समाज को आकार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं और सुकन्या समृद्धि योजना केवल एक बैंक खाता नहीं है, बल्कि यह माता-पिता के आत्मविश्वास, गर्व और पूरे समाज की उम्मीद है। उन्होंने यह भी बताया कि नवलोकार्पित पासपोर्ट सेवा केंद्र के माध्यम से क्षेत्र के युवाओं और नागरिकों को सुविधाएं प्राप्त होंगी।
ज्ञात हो कि अब तक अशोकनगर की 929, शिवपुरी की 818 और गुणा की 733 बेटियां, यानी लगभग 2500 परिवार इस योजना से जुड़ चुके हैं। सिंधिया ने याद दिलाया कि पिछली बार उन्होंने स्वयं बेटियों के खाते खुलवाए थे और निजी सहयोग भी किया था। उन्होंने दोहराया कि 1 मई 2026 तक जो भी बेटियां इस योजना से जुड़ेंगी, उनके खातों में उनका व्यक्तिगत सहयोग रहेगा। इस सहयोग को सिंधिया ने केवल आर्थिक नहीं, बल्कि क्षेत्र की बेटियों के सपनों को उड़ान देने वाला बताया।
उन्होंने बेटियों के माता-पिता से कहा कि सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोलकर वे केवल बैंक से नहीं जुड़े हैं, बल्कि अपनी बेटी के भविष्य पर भरोसा जताया है। केंद्रीय मंत्री ने सभी माताओं एवं पिताओं से इस भरोसे को हर महीने की बचत और रोज़ के सहयोग से और मजबूत करने का आह्वान किया।
सिंधिया ने मुरैना में पोस्ट ऑफिस पासपोर्ट सेवा केंद्र का उद्घाटन करते हुए कहा कि अब जिले के नागरिकों को पासपोर्ट बनवाने के लिए ग्वालियर, गुणा या भोपाल नहीं जाना पड़ेगा। यह केंद्र मुरैना और श्योपुर जिले के साथ-साथ राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सीमाओं से लगे क्षेत्रों को भी लाभ पहुंचाएगा। यह केंद्र प्रतिदिन 40 अतिरिक्त अपॉइंटमेंट स्लॉट उपलब्ध कराएगा। उन्होंने कहा कि यह भवन आने वाली पीढ़ियों के लिए सुविधा और सशक्तिकरण का प्रतीक बनेगा।
बता दें कि बेटियों के हाथ में कलम देकर समाज में बदलाव लाने की सिंधिया परिवार की परंपरा रही है। उन्होंने अपनी आजी अम्मा राजमाता विजयाराजे सिंधिया को याद करते हुए बताया कि वे कहा करती थीं कि जो हाथ शिशु के पालने को झुला सकते हैं, वे हाथ विश्व पर भी राज कर सकते हैं। सिंधिया ने इसी परंपरा का निर्वहन करते हुए क्षेत्र की हर बेटी के उत्थान और सपने पूरे करने का संकल्प लिया है।
उन्होंने चंबल के सर्वांगीण विकास को अपनी प्राथमिकता बताते हुए पानी के संकट को दूर करने का भरोसा दिलाया। इसके साथ ही, अपने पिता के अधूरे सपने को पूरा करते हुए श्योपुर से कोटा तक ट्रेन सेवा को साकार करने की प्रतिबद्धता जताई। सिंधिया ने यह भी कहा कि मुरैना हाईवे के 88 किलोमीटर के कार्य पूर्ण होने के बाद मुरैना से दिल्ली महज ढाई घंटे से भी कम समय में पहुंचा जा सकेगा, जिससे विकास और रोजगार की नई संभावनाएं खुलेंगी।
सिंधिया ने अपने उद्बोधन के अंत में भावुक होकर कहा कि मेरे शरीर में जितनी भी ऊर्जा है, उसका एक-एक कण चंबल, ग्वालियर और मालवा की धरती को समर्पित है। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश और देश सुविधा, सशक्तिकरण और सहूलियत के संगम-पथ पर अग्रसर है। उन्होंने सभी नागरिकों को पासपोर्ट सेवा केंद्र की स्थापना पर बधाई दी और अभिभावकों से सुकन्या समृद्धि योजना से अधिक से अधिक जुड़ने का आह्वान किया।