क्या एसआईआर के मुद्दे पर रविदास मेहरोत्रा ने चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठाए?
सारांश
Key Takeaways
- चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर प्रश्न उठाए गए हैं।
- आधार कार्ड और वोटर कार्ड को लिंक करने की मांग की जा रही है।
- भाजपा पर चुनाव आयोग को प्रभावित करने का आरोप।
- बिहार में पिछले 20 सालों में अराजकता बढ़ी है।
- महागठबंधन की सरकार विकास के लिए काम करेगी।
लखनऊ, 5 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। समाजवादी पार्टी के नेता और विधायक रविदास मेहरोत्रा ने एसआईआर और चुनाव आयोग पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
उत्तर प्रदेश में सपा के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि चुनाव आयोग निष्पक्षता से काम नहीं कर रहा है। उनका मानना है कि विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) को लागू करने से पहले विपक्षी नेताओं की बैठक बुलाकर उन्हें सूचित किया जाना चाहिए।
सपा नेता ने कहा कि हम लोग मांग कर रहे हैं कि आधार कार्ड को वोटर कार्ड से लिंक किया जाए, लेकिन चुनाव आयोग हमारी बात नहीं मान रहा है। यदि वोटर आईडी से आधार कार्ड को लिंक किया जाता है, तो कोई भी फर्जी वोट नहीं डाला जा सकेगा। इससे हर व्यक्ति का नाम वोटर लिस्ट में जुड़ जाएगा।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नहीं चाहती कि आधार कार्ड वोटर कार्ड से जुड़ जाए, इसलिए चुनाव आयोग हमारी बात नहीं मान रहा है।
रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि चुनाव आयोग भाजपा के साथ मिलकर काम कर रहा है। यदि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराए जाएं, तो सब कुछ बेनकाब हो जाएगा, और भाजपा न तो केंद्र सरकार बना सकेगी और न ही राज्य सरकार।
इससे पहले, सपा विधायक ने एनडीए गठबंधन पर भी निशाना साधा।
सपा नेता ने कहा कि पिछले 20 सालों से बिहार में एनडीए की सरकार रही है और इस दौरान अराजकता का माहौल बना रहा है। इन 20 वर्षों में बिहार विकास के मामले में काफी पीछे रह गया है।
उन्होंने कहा कि पिछले 20 सालों में जो नुकसान हुआ है, उसे 20 महीनों में महागठबंधन की सरकार ठीक करेगी। अपराध बढ़े हैं, लोगों को परेशानी हुई है, और किसानों एवं महिलाओं का शोषण हुआ है; ये सब ठीक किया जाएगा।
समाजवादी पार्टी के विधायक रविदास मेहरोत्रा ने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश में जंगलराज, माफिया राज और गुंडागर्दी का बोलबाला है। हम बार-बार मांग करते रहे हैं कि दोनों राज्यों के शीर्ष 20 अपराधियों की सूची सार्वजनिक की जाए।
उन्होंने कहा कि वे शहाबुद्दीन को अपराधी कहते हैं, लेकिन उन पर कभी कोई आरोप साबित नहीं हुआ।