क्या विपक्ष एसआईआर को सिर्फ जनता के बीच मुद्दा बनाना चाहता है? उपेंद्र कुशवाहा का राहुल और तेजस्वी पर हमला

सारांश
Key Takeaways
- उपेंद्र कुशवाहा ने राहुल गांधी और तेजस्वी यादव पर गंभीर आरोप लगाए।
- उन्होंने कहा कि एसआईआर को राजनीतिक मुद्दा बनाना ठीक नहीं है।
- संसद की कार्यवाही में बाधा डालना विपक्ष की रणनीति है।
पटना, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार में विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। इसी संदर्भ में, राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने कांग्रेस के नेता राहुल गांधी और राजद प्रमुख तेजस्वी यादव पर कड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग को आपत्तियों की जांच करनी चाहिए, लेकिन ये नेता एसआईआर को केवल राजनीतिक मुद्दा बनाकर लाभ उठाने की कोशिश कर रहे हैं।
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने शनिवार को पटना में संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "सीतामढ़ी में सीता माता मंदिर का शिलान्यास एक सकारात्मक कार्य है। हमें इस पर गर्व करना चाहिए, लेकिन कुछ लोग हमेशा विरोध करते हैं। चुनाव कभी भी हो सकते हैं, लेकिन जनता के लिए आवश्यक कार्य नहीं रुकने चाहिए।"
एसआईआर प्रक्रिया पर विपक्ष द्वारा कोई ठोस आपत्ति न उठाने पर कुशवाहा ने कहा, "इनका उद्देश्य समाधान नहीं है, बल्कि यह केवल सवाल उठाने की कोशिश कर रहे हैं। ये लोग एसआईआर को जनता के बीच मुद्दा बनाना चाहते हैं। चुनाव आयोग ने ड्राफ्ट जारी किया है और यदि कोई गड़बड़ी है, तो उन्हें औपचारिक शिकायत देनी चाहिए।"
कुशवाहा ने कहा, "विपक्ष शिकायत करने के बजाय संसद की कार्यवाही को बाधित करता है और मीडिया में अनर्गल बयानबाजी करता है। एसआईआर को केवल एक राजनीतिक मुद्दा बनाकर लाभ उठाने की कोशिश हो रही है।"
तेजस्वी यादव के दोहरी वोटर आईडी पर चुनाव आयोग के नोटिस पर कुशवाहा ने कहा कि उनकी चोरी पकड़ी गई है, और इसका जवाब उन्हें जनता के बीच देना चाहिए।