क्या पीएम मोदी कर्नाटक दौरे पर बेंगलुरु मेट्रो येलो लाइन का उद्घाटन करेंगे?

सारांश
Key Takeaways
- प्रधानमंत्री मोदी का कर्नाटक दौरा विकास के लिए महत्वपूर्ण है।
- वे बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन करेंगे।
- येलो लाइन की लंबाई 19 किलोमीटर से अधिक है।
- बेंगलुरु मेट्रो फेज-3 की लागत 15,610 करोड़ रुपए से अधिक होगी।
- वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाना भी शामिल है।
नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 10 अगस्त को कर्नाटक के दौरे पर रहेंगे। वे बेंगलुरु के केएसआर रेलवे स्टेशन पर सुबह 11 बजे 3 वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। इसके बाद वे बेंगलुरु मेट्रो की येलो लाइन का उद्घाटन करेंगे और आरवी रोड (रघिगुड्डा) से इलेक्ट्रॉनिक सिटी तक मेट्रो यात्रा करेंगे।
दोपहर 1 बजे प्रधानमंत्री बेंगलुरु में शहरी परिवहन से संबंधित कई परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इस अवसर पर वे जनसभा को भी संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री बेंगलुरु मेट्रो फेज-2 की येलो लाइन का उद्घाटन करेंगे, जो आरवी रोड (रघिगुड्डा) से बोम्मसंद्रा तक बनेगी।
इस लाइन की कुल लंबाई 19 किलोमीटर से अधिक है और इसमें 16 स्टेशन शामिल हैं। यह परियोजना लगभग 7,160 करोड़ रुपए की लागत से तैयार की गई है। इस येलो लाइन के आरंभ होने से बेंगलुरु मेट्रो का कुल नेटवर्क 96 किलोमीटर से अधिक हो जाएगा, जिससे शहर की बड़ी जनसंख्या को लाभ मिलेगा।
इसके साथ ही प्रधानमंत्री बेंगलुरु मेट्रो फेज-3 परियोजना का शिलान्यास भी करेंगे। यह परियोजना 15,610 करोड़ रुपए से अधिक की लागत से बनेगी। कुल लंबाई 44 किलोमीटर से अधिक होगी और इसमें 31 एलिवेटेड स्टेशन होंगे।
यह मेट्रो लाइन शहर के रिहायशी, औद्योगिक, व्यावसायिक और शैक्षणिक क्षेत्रों को जोड़ने का कार्य करेगी, जिससे बेंगलुरु की बढ़ती ट्रैफिक समस्या से लोगों को राहत मिलेगी।
प्रधानमंत्री मोदी तीन वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे। इनमें बेंगलुरु से बेलगावी वंदे भारत एक्सप्रेस, अमृतसर से माता वैष्णो देवी कटरा वंदे भारत एक्सप्रेस और नागपुर (अजनी) से पुणे वंदे भारत एक्सप्रेस शामिल हैं।
प्रधानमंत्री का यह दौरा कर्नाटक के विकास में एक बड़ा कदम माना जा रहा है। मेट्रो और वंदे भारत जैसी परियोजनाएं देश के इंफ्रास्ट्रक्चर को नई गति प्रदान करने में महत्वपूर्ण मानी जा रही हैं।