क्या सुदर्शन पटनायक ने अनोखे तरीके से मनाया इंडिया की एशिया कप 2025 जीत का जश्न?

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क्या सुदर्शन पटनायक ने अनोखे तरीके से मनाया इंडिया की एशिया कप 2025 जीत का जश्न?

सारांश

ओडिशा के पुरी में, सुदर्शन पटनायक ने एशिया कप 2025 में टीम इंडिया की जीत का जश्न मनाने के लिए एक अद्भुत रेत कलाकृति बनाई। यह कलाकृति देशभक्ति और खेल भावना का प्रतीक है, जो दुर्गा पूजा के उत्सव में चार चांद लगाती है। जानिए इस रचनात्मकता की कहानी।

Key Takeaways

  • सुदर्शन पटनायक ने एशिया कप 2025 में भारत की जीत का जश्न मनाने के लिए अद्भुत रेत की कलाकृति बनाई।
  • यह कलाकृति देशभक्ति और खेल भावना का प्रतीक है।
  • कलाकृति में शामिल तत्वों में सिंदूर, क्रिकेट बैट, और राफेल जेट शामिल हैं।
  • पटनायक ने 65 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रेत मूर्तिकला प्रतियोगिताओं में भाग लिया है।
  • इस कलाकृति ने कला के माध्यम से सामाजिक एकता का संदेश दिया।

पुरी, 29 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। एशिया कप 2025 में टीम इंडिया की शानदार जीत का जश्न मनाने के लिए, पद्म श्री पुरस्कार से सम्मानित और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्ध रेत कलाकार सुदर्शन पटनायक ने सोमवार को ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर एक अद्भुत रेत की कलाकृति बनाई।

यह कलाकृति शाम 5 बजे अनावरण की गई और यह देश के क्रिकेट नायकों को एक जीवंत श्रद्धांजलि है। कलाकृति के केंद्र में एक विशाल सिंदूर है, जो भारत के सांस्कृतिक गौरव और दिव्य आशीर्वाद का प्रतीक है। इसके चारों ओर विजय की भावना को दर्शाने वाले महत्वपूर्ण तत्व हैं: एक क्रिकेट बैट और गेंद, भारत की ताकत और लचीलेपन को दर्शाता एक राफेल लड़ाकू विमान और खेल की ऊर्जा को दर्शाता एक लघु स्टेडियम

यह कलाकृति देशभक्ति, खेल भावना और परंपरा का एक रचनात्मक मिश्रण है, जो चल रही दुर्गा पूजा के दौरान समुद्र तट को क्रिकेट प्रेमियों और त्योहार मनाने वालों के लिए उत्सव स्थल में बदल देती है। पटनायक ने कहा, "यह रेत कलाकृति टीम इंडिया को बधाई देने का मेरा तरीका है। सिंदूर मां दुर्गा के आशीर्वाद का प्रतीक है, जबकि बल्ला, गेंद और स्टेडियम जीत के रोमांच को दर्शाते हैं। राफेल जेट राष्ट्रीय गौरव और शक्ति का प्रतीक है।"

सुदर्शन पटनायक ने 65 से ज्यादा अंतरराष्ट्रीय रेत मूर्तिकला प्रतियोगिताओं में भाग लिया है। वह रेत को प्रभावशाली कहानियों में बदलने के लिए जाने जाते हैं, जो वर्तमान घटनाओं, त्योहारों और सामाजिक संदेशों को दर्शाती हैं। यह कलाकृति इस बात का एक और प्रेरक उदाहरण है कि कैसे कला पूरे देश को उत्सव में एकजुट कर सकती है।

इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें जन्मदिन के अवसर पर, विश्व प्रसिद्ध सैंड आर्टिस्ट सुदर्शन पटनायक ने ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर 750 कमल के फूलों से सजी एक अद्भुत सैंड आर्ट मूर्ति बनाकर उन्हें अनूठे अंदाज में बधाई दी थी। इस कलाकृति ने न केवल सुदर्शन पटनायक की रचनात्मकता और कलात्मक कौशल को दर्शाया, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भारत के विकास के नजरिए को भी प्रदर्शित किया।

इस सैंड मूर्ति के माध्यम से सुदर्शन पटनायक ने मेक इन इंडिया, आईटी क्षेत्र, ग्रामीण विकास, स्वच्छता और समृद्ध भारत के लिए पीएम मोदी के विजन को खूबसूरती से प्रदर्शित किया।

Point of View

बल्कि यह देश की एकता और खेल के प्रति हमारी भावना को दर्शाती है। सुदर्शन पटनायक द्वारा बनाई गई यह रचना न केवल भारतीय क्रिकेट के प्रति आदर प्रकट करती है, बल्कि यह कला के माध्यम से सामाजिक एकता का भी प्रतीक है।
NationPress
29/09/2025

Frequently Asked Questions

सुदर्शन पटनायक कौन हैं?
सुदर्शन पटनायक एक प्रसिद्ध भारतीय सैंड आर्टिस्ट हैं, जिन्हें उनके अद्भुत रेत मूर्तियों के लिए जाना जाता है।
उन्होंने कब और कहां यह कलाकृति बनाई?
उन्होंने 29 सितंबर 2025 को ओडिशा के पुरी समुद्र तट पर यह अद्भुत कलाकृति बनाई।
इस कलाकृति का मुख्य संदेश क्या है?
यह कलाकृति भारत की क्रिकेट टीम के प्रति सम्मान और देशभक्ति का प्रतीक है।