क्या सुखबीर सिंह बादल ने पंजाब सरकार से 20 हजार करोड़ के पैकेज की मांग की?

सारांश
Key Takeaways
- बाढ़ से प्रभावित क्षेत्रों में सहायता की आवश्यकता है।
- सुखबीर सिंह बादल ने सरकार पर सवाल उठाए हैं।
- पंजाब के लिए 20 हजार करोड़ का पैकेज आवश्यक है।
- अकाली दल ने राहत कार्य में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
- किसानों के लिए बीज की व्यवस्था की जा रही है।
चंडीगढ़, 8 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। पंजाब में आई भयंकर बाढ़ के बाद हालात अत्यंत चिंताजनक हो गए हैं। इस अवसर पर शिरोमणि अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने सरकार पर गंभीर प्रश्न उठाए हैं और पंजाब में आई बाढ़ से निपटने के लिए पीएम मोदी से 20 हजार करोड़ रुपए के पैकेज की मांग की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पंजाब दौरे के संदर्भ में सुखबीर बादल ने कहा, "यह स्वागत योग्य है कि पीएम मोदी मंगलवार को पंजाब आ रहे हैं। मैं उनसे निवेदन करता हूँ कि वे पंजाब के लिए कम से कम 20 हजार करोड़ रुपए का पैकेज प्रदान करें। पंजाब को भारी नुकसान हुआ है।"
उन्होंने कहा कि अब तक सरकार की ओर से कोई सहायता नहीं मिली है, जबकि पंजाब के वीर लोग स्वयं राहत और बचाव कार्य में लगे हुए हैं।
सुखबीर बादल ने कहा, "जहां-जहां तटबंध टूटे, वहां लोगों ने एक-दूसरे को बचाया। हर गाँव अपनी सामर्थ्य अनुसार सहायता कर रहा है, लेकिन यह कार्य सरकार का था। ऐसे समय में शिरोमणि अकाली दल ने आगे बढ़कर जिम्मेदारी ली है और लोगों की सहायता कर रहा है।"
उन्होंने बताया कि पिछले 25 दिनों में जहां भी आवश्यकता पड़ी, शिरोमणि अकाली दल ने आर्थिक सहायता प्रदान की है। उन्होंने दावा किया कि पार्टी ने लाखों लीटर डीजल और 500 ट्रक पशु चारा विभिन्न क्षेत्रों में भेजा है।
इसके अतिरिक्त, उन्होंने कहा कि पार्टी ने 500 फॉगिंग मशीनें खरीदी हैं, जिससे हर गाँव में स्वच्छता के लिए वॉलंटियर्स काम करेंगे ताकि मच्छरों से होने वाली बीमारियों को रोका जा सके। उन्होंने बताया कि 125 डॉक्टरों की टीम तैयार की गई है, जो मुफ्त चेकअप और दवाइयाँ प्रदान करेगी।
किसानों की सहायता के लिए भी अकाली दल ने कदम उठाए हैं। सुखबीर बादल ने कहा, "हम एक लाख एकड़ के बीज की व्यवस्था कर रहे हैं ताकि जिन किसानों की फसल बर्बाद हुई है, उन्हें पुनः खेती करने में सहायता मिल सके।"
अकाली दल अध्यक्ष का यह बयान ऐसे समय में आया है जब राज्य के कई क्षेत्रों में पानी अब भी जमा है और हजारों लोग बेघर हो चुके हैं।