क्या सुक्खु सरकार के हिमाचल से मानसरोवर यात्रा शुरू करने के प्रस्ताव को पूर्व मुख्यमंत्री धूमल ने समर्थन दिया?

सारांश
Key Takeaways
- सुखविंदर सिंह सुक्खू का प्रस्ताव प्रदेश के लिए फायदेमंद है।
- पर्यटन में वृद्धि और यातायात साधनों का सुदृढ़ीकरण।
- यात्रियों को सुरक्षित मार्ग प्राप्त होगा।
- राज्य और केंद्र सरकार से शीघ्र कार्यान्वयन की अपील।
- धूमल का समर्थन इस प्रस्ताव को और मजबूत करता है।
हमीरपुर, 7 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने केंद्र सरकार को एक पत्र के माध्यम से कैलाश मानसरोवर यात्रा को हिमाचल प्रदेश से आरंभ करने का अनुरोध किया है। पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने इस प्रस्ताव का स्वागत करते हुए इसकी प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि इससे राज्य का पर्यटन क्षेत्र सशक्त होगा।
प्रेम कुमार धूमल ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि मुख्यमंत्री सुक्खू का यह कदम अत्यंत सराहनीय है। यदि सरकार सभी आवश्यक सुविधाएँ उपलब्ध कराए और शिपकला रूट से कैलाश मानसरोवर यात्रा शुरू करे, तो इससे यात्रियों के लिए लाभदायक होगा और प्रदेश को भी। धूमल ने कहा कि इससे न केवल पर्यटन में वृद्धि होगी, बल्कि यातायात के साधन भी मजबूत होंगे। कैलाश मानसरोवर यात्रा का हिमाचल से आरंभ होने पर आय में भी वृद्धि होगी।
धूमल ने यह भी कहा कि किसी भी अच्छे कार्य को आरंभ करना और उसका पालन करना आवश्यक है, यह प्रदेश के हित में होना चाहिए। उन्होंने कहा कि हिमाचल से मानसरोवर यात्रा का मार्ग छोटा होगा, जिससे पर्यटन में वृद्धि होगी और यात्रियों को सुरक्षित मार्ग उपलब्ध होगा। उन्होंने राज्य एवं केंद्र सरकार दोनों से इस योजना को शीघ्र लागू करने की अपील की।
यह ध्यान देने योग्य है कि पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने अपने कार्यकाल में वर्ष 2009 में केंद्र की मनमोहन सरकार को पत्र लिखकर हिमाचल प्रदेश से मानसरोवर यात्रा आरंभ करने का अनुरोध किया था।
हाल ही में, हमने हमीरपुर में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा के साथ धूमल की मुलाकात के बारे में जानकारी प्राप्त की। धूमल ने कहा कि यह कोई नई बात नहीं है। केंद्रीय मंत्री ने उन्हें अपने घर के कार्यक्रम के लिए निमंत्रण दिया था, किंतु वे जा नहीं सके, इसलिए जे.पी. नड्डा हमीरपुर में उनसे मिले थे।