क्या जीएसटी बचत उत्सव से सूरजपूर के बाजारों में त्योहारी रौनक बढ़ी है?

सारांश
Key Takeaways
- जीएसटी में कटौती से सामानों की कीमतें घटी हैं।
- ग्राहकों की संख्या में इज़ाफा हुआ है।
- बाज़ार में रौनक बढ़ी है।
- त्योहारी खरीदारी में वृद्धि हुई है।
- महिलाओं ने बचत का लाभ उठाया है।
सूरजपूर, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) में किए गए सुधारों के चलते त्योहारी सीजन में खरीदारी को प्रोत्साहन मिला है, जिससे आम जनता को राहत मिली है। इससे त्योहारी खर्चों में सहूलियत और परिवारों के बजट में राहत की उम्मीद है। छत्तीसगढ़ के सूरजपूर के बाजारों में रौनक बढ़ गई है।
जीएसटी की दरों में ऐतिहासिक कटौती ने आम जनता के जीवन में खुशियों का माहौल बना दिया है। इलेक्ट्रॉनिक्स से लेकर किराने और खुदरा व्यापार तक इस बदलाव का असर स्पष्ट रूप से देखा जा सकता है।
दुकानदारों का कहना है कि दरों में कमी के बाद ग्राहकों की संख्या में इज़ाफा हुआ है और लोग एक बार में कई सामान खरीद रहे हैं।
ग्राहक भी इस बदलाव से संतुष्ट हैं। उन्होंने राष्ट्र प्रेस से विशेष बातचीत में बताया कि विभिन्न स्तर के सामानों पर अलग-अलग छूट मिलने से उन्हें लाभ हुआ है।
एक ग्राहक ने अलमारी खरीदते समय करीब सात हजार रुपए की बचत की जानकारी दी। वहीं, एक अन्य व्यक्ति ने बताया कि फ्रिज खरीदने पर उन्हें दो हजार रुपए की बचत हुई, जिससे उन्होंने मिक्सी भी खरीद ली। उन्होंने कहा कि अब एक सामान के साथ दूसरा भी आसानी से खरीद सकते हैं।
दीपावली के अवसर पर खरीदारी कर रही महिलाओं ने भी जीएसटी में कटौती से लाभ मिलने की बात कही। एक महिला ने बताया कि वे चार सामान खरीदने बाजार गई थीं, लेकिन बचत देखकर दो अन्य सामान भी घर ले आईं। उन्होंने कहा कि स्कूटी के साथ साइकिल भी खरीद ली गई।
सीए हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि जीएसटी दरों में कटौती से लोगों की आर्थिक मजबूती और क्रय शक्ति बढ़ी है। उन्होंने बताया कि सरकार ने पिछले 99 माह का आंकलन करने के बाद यह फैसला उपभोक्ताओं के हित में लिया है। लगभग सभी खाद्य पदार्थों की दरों में कमी की गई है, जिसका सीधा लाभ जनता को मिल रहा है। जीएसटी में सुधार ने न केवल बाजार में रफ्तार बढ़ाई है, बल्कि आम लोगों की खरीदारी क्षमता में भी वृद्धि की है।