क्या तख्तियां लाना और मेज थपथपाना आपकी पार्टी के संस्कार हैं? : लोकसभा में ओम बिरला का वेणुगोपाल से सवाल

सारांश
Key Takeaways
- ओम बिरला ने कांग्रेस के सांसदों की कार्रवाई की निंदा की।
- संसद की गरिमा को बनाए रखना आवश्यक है।
- हंगामा लोकतंत्र के लिए हानिकारक है।
- नई पीढ़ी के संस्कार पर सवाल उठाए गए।
- विपक्ष को अपनी आवाज उठाने का उचित तरीका अपनाना चाहिए।
नई दिल्ली, 24 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। संसद के मानसूत्र सत्र के चौथे दिन, विपक्ष ने बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के मुद्दे पर जोरदार हंगामा किया। कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों के सांसद वेल में पहुंचे और तख्तियां लहराते हुए नारेबाजी की। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कांग्रेस के सांसदों पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की।
उन्होंने कांग्रेस को निशाना बनाते हुए और वेणुगोपाल को संबोधित करते हुए कहा कि संसद में तख्तियों के साथ आना, नारेबाजी करना और मेज थपथपाना आपकी पार्टी के संस्कार नहीं हैं। नई पीढ़ी के संस्कार देश देख रहा है।
गुरुवार को, संसद सत्र की शुरुआत होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। प्रश्नकाल के दौरान, विपक्षी सांसद वेल के पास तख्तियों के साथ पहुंचकर जमकर नारेबाजी करने लगे।
लोकसभा में विपक्ष के हंगामे पर स्पीकर ओम बिरला ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए कहा, "मैं आपसे पुनः आग्रह करता हूं कि संसद की मर्यादा और गरिमा को बनाए रखें। यह दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, और इस लोकतंत्र में पारदर्शिता और जवाबदेही हमारी पहचान है। आप यदि इस तरह का व्यवहार करेंगे, तो इसका लोकतांत्रिक संस्थाओं में क्या संदेश जाएगा?"
ओम बिरला ने आगे वेणुगोपाल से सवाल करते हुए कहा, 'क्या आप अपने सांसदों को यही सिखाते हैं? नारेबाजी करना, तख्तियां लेकर आना, मेज थपथपाना आपकी पार्टी के संस्कार नहीं हैं। नई पीढ़ी जिस तरह का संस्कार पेश कर रही है, वह पूरा देश देख रहा है। आप लोग करदाताओं के करोड़ों रुपये बर्बाद कर रहे हैं। आपको लाखों मतदाताओं ने संसद में भेजा है।'
उन्होंने कहा, 'मैं फिर से आपसे आग्रह करता हूं, आप लोग माननीय हैं, लाखों लोगों ने अपनी आकांक्षाओं को उठाने के लिए आपको संसद में चुनकर भेजा है। तख्तियां लेकर मेजें तोड़ने के लिए नहीं भेजा है।'
उधर, विपक्ष के निरंतर हंगामे और नारेबाजी के बीच, लोकसभा की कार्यवाही शुक्रवार, 25 जुलाई, सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।