क्या तमिलनाडु और पुडुचेरी में गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना है?
सारांश
Key Takeaways
- तमिलनाडु और पुडुचेरी में हल्की बारिश का अनुमान है।
- मौसम विभाग ने सावधानियों की सलाह दी है।
- किसानों के लिए बारिश फायदेमंद साबित हो सकती है।
चेन्नई, 8 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के विभिन्न जिलों में बारिश ने मौसम को ठंडा कर दिया है। सोमवार और मंगलवार को भी तमिलनाडु और पुडुचेरी के कुछ क्षेत्रों में गरज-चमक और बिजली गिरने के साथ हल्की बारिश की संभावना जताई गई है।
चेन्नई के प्रादेशिक मौसम केंद्र ने यह जानकारी उपलब्ध कराई है। मौसम विभाग ने लोगों, विशेषकर किसानों, मछुआरों और बाहर काम करने वालों को आवश्यक सावधानियां अपनाने की सलाह दी है।
सोमवार की सुबह कई जिलों में, खास तौर पर दोपहर और शाम के समय, हल्की से लेकर अत्यधिक बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग ने इस खराब मौसम का मुख्य कारण स्थानीय वायुमंडलीय अस्थिरता और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी को बताया है, जिससे गरज-चमक वाले तूफान बनने की अनुकूल स्थितियां बन रही हैं।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, तमिलनाडु के आंतरिक जिलों, जिनमें कावेरी डेल्टा के कुछ हिस्से, पश्चिमी क्षेत्र और दक्षिणी जिले शामिल हैं, वहाँ रुक-रुक कर बारिश और कभी-कभी बिजली गिरने की संभावना है। पुडुचेरी और उसके आस-पास के तटीय क्षेत्रों में भी तेज हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है।
बादलों और बारिश के कारण अधिकांश स्थानों पर अधिकतम तापमान सामान्य से थोड़ा कम रहने की आशंका है, जबकि न्यूनतम तापमान लगभग स्थिर रह सकता है। मौसम विभाग ने तूफान के दौरान लोगों को पेड़ों के नीचे शरण न लेने की चेतावनी दी है। निचले क्षेत्रों में निवास करने वालों को स्थानीय जलभराव के प्रति सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
मछुआरों को समुद्र में जाने से पहले स्थानीय सलाह को देखने की सुझाव दी गई है, क्योंकि तूफान के दौरान तेज हवाएं और खराब स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।
पिछले कुछ दिनों में तमिलनाडु के विभिन्न क्षेत्रों में थोड़ी देर के लिए बारिश होने से सूखे से कुछ राहत मिली है, लेकिन शहरी क्षेत्रों में थोड़े समय के लिए ट्रैफिक भी बाधित हुआ है।
अगले 48 घंटों में होने वाली बारिश से कई जिलों में खड़ी फसलों, खासकर धान और बागवानी फसलों को लाभ मिलने की संभावना है, जो पिछले कुछ हफ्तों में नमी के उतार-चढ़ाव से प्रभावित हुई हैं।
हालांकि, कृषि अधिकारियों ने किसानों को पानी जमा होने से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए उचित जल निकासी सुनिश्चित करने की चेतावनी दी है।