क्या बिहार में पढ़ाई, कमाई और सिंचाई की स्थिति वाकई बदतर है? : तेजस्वी यादव

सारांश
Key Takeaways
- बिहार की शिक्षा की स्थिति दयनीय है।
- बेरोजगारी और भ्रष्टाचार बढ़ रहे हैं।
- किसानों की आय में कमी आई है।
- राज्य में उद्योग का अभाव है।
- सत्ता में रहने के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ है।
पटना, ६ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार को एनडीए सरकार पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा कि बीजेपी और जदयू पिछले 20 वर्षों से सत्ता में हैं, फिर भी बिहार में शिक्षा, रोजगार और सिंचाई की स्थिति बेहद खराब है।
पटना में मीडिया के सामने बात करते हुए उन्होंने इंडिया गठबंधन की बैठक के बारे में कहा कि हम नेता से मिलते रहते हैं और बातचीत का सिलसिला चलता रहता है। उन्होंने सवाल उठाते हुए कहा कि बिहार में एनडीए की सत्ता के 20 सालों में क्या बदलाव आया है? बिहार में अपराध बढ़ा है और भ्रष्टाचार अपने चरम पर है। यहाँ न तो दवाई है, न पढ़ाई और न ही सिंचाई।
तेजस्वी यादव ने कहा कि देश में बिहार की प्रति व्यक्ति आय सबसे कम है। किसानों की आय के मामले में बिहार काफी पीछे है। यहां कोई उद्योग नहीं है। चुनाव के समय जब ये लोग हमारी नीतियों की नकल कर रहे हैं, तो यह सवाल उठता है कि यहाँ एक उद्योग क्यों नहीं है? पहले ये लोग इस पर चर्चा क्यों नहीं करते थे?
माई बहिन योजना के फॉर्मों पर फर्जीवाड़ा कहने पर तेजस्वी ने कहा कि लोग अपनी इच्छा से फॉर्म भर रहे हैं। इसमें क्या गलत है? भाजपा और जदयू की स्थिति खराब है।
इससे पहले, राजद नेता ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट के माध्यम से सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने एनडीए सरकार पर पिछले 20 वर्षों में राज्य की दो पीढ़ियों को बर्बाद करने का आरोप लगाते हुए दस सवाल पूछे। तेजस्वी ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री के 20 वर्षों और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ उनकी 11 वर्षों की डबल इंजन सरकार ने बिहार की दो पीढ़ियों का जीवन बर्बाद किया है।
उन्होंने दस सवालों की एक सूची जारी की है, जिसमें मतदाताओं से आग्रह किया गया है कि जब सत्ताधारी गठबंधन एनडीए के नेता वोट मांगने आएं, तो उनसे गरीबी, बेरोजगारी, कानून-व्यवस्था, भ्रष्टाचार और राज्य की जर्जर स्थिति जैसे मूल मुद्दों पर सवाल पूछें।