क्या तेजस्वी यादव दो एपिक नंबर का रहस्य उजागर कर सकते हैं? : संबित पात्रा

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क्या तेजस्वी यादव दो एपिक नंबर का रहस्य उजागर कर सकते हैं? : संबित पात्रा

सारांश

भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने तेजस्वी यादव के दावों पर सवाल उठाते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष झूठी जानकारी फैलाकर लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रहा है। इस मुद्दे पर गहराई से विचार करें और जानें कि क्या यह एक बड़ा घोटाला है।

Key Takeaways

  • तेजस्वी यादव का नाम मतदाता सूची में है।
  • भाजपा ने विपक्ष पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
  • सच्चाई को उजागर करना लोकतंत्र की जिम्मेदारी है।

नई दिल्ली, 3 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने रविवार को पार्टी मुख्यालय में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाग लिया। इस अवसर पर उन्होंने विपक्ष, विशेषकर कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर तीखा हमला किया। उन्होंने आरोप लगाया कि ये राजनीतिक दल लगातार झूठे और भ्रामक तरीकों से देश की संवैधानिक संस्थाओं की साख को प्रभावित कर रहे हैं, जो भारत के लोकतांत्रिक ढांचे के खिलाफ एक सुनियोजित साजिश है।

संबित पात्रा ने तेजस्वी यादव के हालिया बयान की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि तेजस्वी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि बिहार की वोटर लिस्ट से उनका नाम हटा दिया गया है। उन्होंने अपना ऐपिक (ईपीआईसी) नंबर आरएबी2916120 बताया और एक मोबाइल ऐप के माध्यम से दिखाने का प्रयास किया कि उनका नाम मतदाता सूची में नहीं है। लेकिन इसके तुरंत बाद चुनाव आयोग और पटना के डीएम ने सच्चाई को सार्वजनिक किया। तेजस्वी यादव का नाम दीघा विधानसभा क्षेत्र में सूचीबद्ध है और उनका असली ऐपिक नंबर आरएबी0456228 है।

भाजपा प्रवक्ता ने सवाल उठाते हुए कहा कि अब तेजस्वी यादव जनता को बताएं कि उनके पास दो एपिक नंबर कैसे हैं? क्या उन्होंने जानबूझकर भ्रम फैलाने तथा संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम करने का प्रयास किया है? उन्होंने कहा कि यह केवल एक मामला नहीं है, बल्कि इंडी गठबंधन इसी प्रकार के झूठ, भ्रम और फर्जी सूचनाओं पर आधारित राजनीति कर रहा है। क्या तेजस्वी यादव ने अपने अन्य सहयोगियों और राजद के कार्यकर्ताओं के लिए भी दो-दो वोटर कार्ड बनवाए हैं? क्या यह एक बड़ा घोटाला नहीं है?

पात्रा ने आगे कहा कि जब विपक्ष लोकतंत्र और चुनाव प्रक्रिया की विश्वसनीयता पर सवाल उठाता है, तो यह केवल सरकार पर हमला नहीं होता, बल्कि भारत की लोकतांत्रिक प्रणाली को कमजोर करने का प्रयास होता है। कांग्रेस और राजद पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा कि अब उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे झूठे आरोपों और भ्रम फैलाकर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि भाजपा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार संविधान और लोकतंत्र के प्रति पूरी तरह से प्रतिबद्ध है। विपक्ष की इस तरह की साजिशें कभी सफल नहीं होंगी और जनता 2024 की तरह 2025 में भी सच और विकास के साथ खड़ी रहेगी।

Point of View

वे गंभीर हैं और इन्हें गंभीरता से लिया जाना चाहिए। लोकतंत्र की मजबूती के लिए जरूरी है कि सभी पक्ष तथ्यों को सामने लाएं।
NationPress
03/08/2025

Frequently Asked Questions

तेजस्वी यादव के दो एपिक नंबर होने का आरोप क्यों लगाया गया?
भाजपा प्रवक्ता डॉ. संबित पात्रा ने कहा कि तेजस्वी यादव ने एक गलत एपिक नंबर का दावा किया है, जबकि उनका असली नंबर कुछ और है।
क्या यह मामला राजनीतिक साजिश का हिस्सा है?
संबित पात्रा ने कहा कि यह विपक्ष की एक सुनियोजित साजिश हो सकती है, जिसका उद्देश्य लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर करना है।
क्या चुनाव आयोग ने इस बारे में कोई बयान दिया है?
हां, चुनाव आयोग ने तेजस्वी यादव के असली नाम का खुलासा किया है, जो दीघा विधानसभा क्षेत्र में सूचीबद्ध है।