क्या तेजस्वी यादव ने पूर्णिया मेडिकल कॉलेज की बदहाली का सच उजागर किया?

सारांश
Key Takeaways
- पूर्णिया के सरकारी मेडिकल कॉलेज की स्थिति गंभीर है।
- भ्रष्टाचार के आरोपों ने सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल उठाए हैं।
- अस्पताल में बुनियादी सुविधाओं की कमी है।
पटना, 14 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव ने शनिवार रात पूर्णिया के गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच) का अचानक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने बिहार सरकार पर स्वास्थ्य सेवाओं की गंभीर स्थिति को लेकर तीखा हमला किया।
तेजस्वी यादव ने कहा कि एनडीए सरकार के भ्रष्ट मंत्री और अधिकारी केवल बिल्डिंग बनाने में हजारों करोड़ रुपए खर्च करते हैं, लेकिन डॉक्टर, स्वास्थ्यकर्मी, लैब टेक्निशियन, ड्रेसर और असिस्टेंट की नियुक्ति नहीं करते।
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर जीएमसीएच के निरीक्षण का वीडियो साझा किया और बिहार सरकार से सवाल पूछा। उन्होंने लिखा, "कल रात गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (जीएमसीएच), पूर्णिया का औचक निरीक्षण किया। वीडियो में 20 साल की एनडीए सरकार की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था की झलक देखिए। यह स्थिति किसी जिला अस्पताल की नहीं, बल्कि एक मेडिकल कॉलेज की है।"
तेजस्वी यादव ने आगे कहा, "यह मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल है, लेकिन यहाँ आईसीयू नहीं है। ट्रॉमा सेंटर चालू नहीं है। कार्डियोलॉजी विभाग नहीं है। एक बेड पर तीन-तीन मरीज लेटे हैं। 15-20 दिन में भी बेडशीट नहीं बदली जाती।"
उन्होंने जीएमसीएच की स्थिति का जिक्र करते हुए कहा, "यहाँ 80 प्रतिशत चिकित्सकों के पद रिक्त हैं। पूरे कॉलेज और हॉस्पिटल में केवल चार ओटी सहायक हैं।"
तेजस्वी ने कहा, "अगर प्रधानमंत्री मोदी पूर्णिया आएं, तो उन्हें बिहार की एनडीए सरकार की खामियों का पता चलेगा।"