क्या तेजस्वी यादव के दावे पर भाजपा ने किया हमला?

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव का मतदाता सूची में नाम नहीं होना विवाद की वजह है।
- भाजपा ने तेजस्वी पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है।
- राजनीतिक बयानबाजी में तेजी आई है।
- उपमुख्यमंत्री ने तेजस्वी को संविधान का अपमान करने का आरोप लगाया।
पटना, 2 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष एवं राजद विधायक तेजस्वी यादव ने मतदाता सूची में अपने नाम की अनुपस्थिति का दावा किया है, जिसके बाद राजनीतिक बयानबाजी में तेजी आ गई है। भाजपा ने उन पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया है और कहा है कि वे जनता में भ्रम पैदा कर रहे हैं।
बिहार के उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा ने राष्ट्र प्रेस से कहा, "जैसा पिता वैसा पुत्र। ये लोग झूठ बोलने का ठेका लिए हुए हैं। एक ओर संविधान की किताब लेकर चलेंगे, दूसरी ओर संविधानिक संस्थाओं का अपमान करते हुए भ्रमभय का वातावरण बनाएंगे। ये केवल झूठ बोलकर जनता में भ्रम फैला रहे हैं। ऐसे लोगों पर कार्रवाई होनी चाहिए। वे डरे हुए हैं कि जहां से चुनाव लड़ेंगे, वहां हार का सामना करना पड़ेगा।"
भाजपा नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा, "तेजस्वी यादव को यह एहसास हो गया है कि वे चुनाव में जीत नहीं सकते। इसलिए वे चुनाव आयोग के साथ भ्रम पैदा कर रहे हैं। पहले भी एसआईआर मुद्दे पर उन्होंने भ्रम फैलाया और अब भी यही कर रहे हैं। चुनाव आयोग ने उनके बैलून की हवा निकाल दी है और दिखा दिया कि उनका नाम लिस्ट में है।"
भाजपा नेता रविशंकर प्रसाद ने भी पत्रकारों से बात करते हुए तेजस्वी यादव की आलोचना की। उन्होंने कहा, "मतदाता सूची में तेजस्वी और उनकी पत्नी का नाम है। वे चुनाव आयोग को बदनाम करने के लिए झूठ बोल रहे हैं। उनका झूठ सभी के सामने है।"
भाजपा नेता नितिन नबीन ने कहा, "तेजस्वी यादव और राहुल गांधी जो वोट चोरी के आरोप लगाते थे, आज वे खुद चोर साबित हो रहे हैं। चुनाव आयोग की वेबसाइट पर तेजस्वी यादव का पूरा नाम है।"