क्या फर्जी मतदाता के नाम कटने से तेजस्वी यादव की बेचैनी बढ़ेगी? : मनोज तिवारी

सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव की राजनीति पर सवाल उठना।
- मनोज तिवारी का फर्जी मतदाताओं पर जोर।
- चुनाव आयोग का महत्वपूर्ण कदम।
- फर्जी वोटर्स का मुद्दा गंभीर है।
- राजनीतिक बयानबाजी का प्रभाव।
नई दिल्ली, 14 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता तेजस्वी यादव के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें उन्होंने बिहार की मतदाता सूची में विदेशियों के नाम शामिल होने की खबरों को पूरी तरह खारिज किया था।
मनोज तिवारी ने कहा कि वोटर लिस्ट में फर्जी मतदाता के नाम सामने आने के कारण तेजस्वी यादव की बेचैनी बढ़ गई है, और आने वाले दिनों में उनकी चिंता और बढ़ने वाली है।
भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने सोमवार को राष्ट्र प्रेस से बातचीत करते हुए कहा कि तेजस्वी यादव इसलिए परेशान हैं क्योंकि चुनाव आयोग मतदाता सूची से फर्जी मतदाताओं को हटाने का अभियान चला रहा है। मैं यह समझने में असफल हूं कि इतने वर्षों तक सरकार चलाने वाले और संवैधानिक पदों पर रहने वाले लोग अब भी घुसपैठियों को मतदाता कैसे बनाना चाहते हैं। कुछ दिन पहले इंडी अलायंस के प्रतिनिधि ने संसद में कहा था कि आधार कार्ड लोगों के रहने का आधार हो सकता है, नागरिकता का प्रमाण नहीं हो सकता है। संविधान का सम्मान होना चाहिए। भारत में जो लोग घुसपैठिए हैं, उन्हें बाहर निकाला जाएगा, तो तेजस्वी यादव को दर्द क्यों हो रहा है?
उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव की समस्या यह है कि वे धर्म और जाति की राजनीति करते हैं। दूसरी ओर, फर्जी वोटर का नाम काटा जा रहा है तो वे घबरा गए हैं और चुनाव आयोग पर आपत्तिजनक टिप्पणी कर रहे हैं।
मनोज तिवारी ने कहा कि वोटर लिस्ट में बड़ी संख्या में विदेशी मिले हैं, अब देखते हैं तेजस्वी यादव इस पर क्या कहते हैं। क्या वह बांग्लादेश, म्यांमार और ऐसे ही अन्य देशों के नागरिकों को मतदाता बनाने के लिए तैयार हैं? वह निश्चित रूप से ऐसा करना चाहते हैं और उन्हें खुलकर कहना चाहिए।
मीसा डॉक्यूमेंट को दिल्ली सरकार की ओर से सार्वजनिक करने की तैयारी पर भाजपा सांसद ने कहा कि मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व का धन्यवाद, जिन्होंने इस कार्य को आगे बढ़ाया है। सैकड़ों परिवारों का दर्द समाप्त होगा।
अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से शुभांशु शुक्ला की वापसी पर उन्होंने कहा कि यह गर्व का पल है। उन्हें जिस मां ने जन्म दिया, वह सिर्फ उस मां के रत्न नहीं, बल्कि भारत के रत्न हैं। हमें गर्व है कि वह अंतरिक्ष यात्रा करने के बाद भारत लौट रहे हैं। स्पेस में उन्होंने जो परीक्षण किया, निश्चित तौर पर इसका लाभ मिलने वाला है।