क्या तेजस्वी और राहुल गांधी का स्वभाव एक जैसा है, क्या दोनों देश का अपमान करते हैं?: नित्यानंद राय
सारांश
Key Takeaways
- तेजस्वी यादव और राहुल गांधी का स्वभाव एक जैसा है।
- दोनों नेता चुनाव हारने के बाद विदेश जाते हैं।
- भारत का अपमान विदेशी धरती पर करते हैं।
- राजद को बिहार चुनाव में हार का सामना करना पड़ा।
- नेताओं को अपने कार्यों की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
पटना, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने शुक्रवार को लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं का स्वभाव एक समान है। चुनाव हारने के बाद, ये दोनों विदेश जाकर भारत की बदनामी करते हैं।
नित्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव विदेश में हैं क्योंकि अब उनके पार्टी कार्यकर्ता और नेता उन पर विश्वास नहीं कर रहे हैं। बिहार विधानसभा चुनाव में राजद को मिली हार के बाद, तेजस्वी को आत्मचिंतन करने की बजाय विदेश जाना सही लगा।
बिहार चुनाव का ज़िक्र करते हुए, उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव ने हार का सामना करने के बजाय सब कुछ छोड़कर विदेश चले गए हैं।
नित्यानंद राय ने राहुल गांधी पर भी लगाम लगाई। उन्होंने कहा कि तेजस्वी और राहुल का स्वभाव एक समान है। दोनों विदेशी ज़मीन पर भारत का अपमान करते हैं। तेजस्वी यादव बिहार में रहना नहीं चाहते और राहुल देश में। दोनों बार-बार विदेश भागते हैं।
उन्होंने कहा कि दोनों नेता जब भी विदेश जाते हैं, लौटने पर हमेशा देश के खिलाफ ही बोलते हैं।
हाल ही में तेजस्वी यादव ने एक इंटरव्यू में आरोप लगाया कि बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जीत सरकारी मशीनरी के कारण हुई। इस पर सत्ता पक्ष के नेताओं ने पलटवार करते हुए कहा कि यदि मशीनरी से चुनाव जीते जाते हैं, तो तेजस्वी कैसे जीत गए?
लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी भी जल्द ही जर्मनी दौरे पर जाने वाले हैं। उनके दौरे को लेकर आरोपों की बौछार शुरू हो गई है। भाजपा सांसदों का कहना है कि संसद के शीतकालीन सत्र को छोड़कर राहुल का विदेश जाना उनके नेता प्रतिपक्ष के पद की गंभीरता को दर्शाता है क्या?