क्या तेलंगाना के मंत्री ने पवन कल्याण को माफी मांगने की चेतावनी दी?
सारांश
Key Takeaways
- पवन कल्याण को माफी मांगने की चेतावनी दी गई है।
- तेलंगाना में उनकी फिल्मों की रिलीज पर रोक लग सकती है।
- राजनीतिक बयानबाज़ी से स्थिति और बिगड़ सकती है।
हैदराबाद, 2 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना के सिनेमेटोग्राफी मंत्री कोमटिरेड्डी वेंकट रेड्डी ने मंगलवार को एक कठोर बयान जारी करते हुए कहा कि यदि आंध्र प्रदेश के उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण अपने "तेलंगाना के खिलाफ अपमानजनक" बयान पर माफी नहीं मांगते हैं, तो राज्य में उनकी फिल्मों की रिलीज पर रोक लगा दी जाएगी।
मीडिया से बातचीत करते हुए मंत्री ने स्पष्ट किया कि पवन कल्याण की किसी भी फिल्म को तब तक थिएटर में नहीं दिखाया जाएगा जब तक वह बिना शर्त माफी नहीं मांगते। उन्होंने चेतावनी दी, "यदि पवन कल्याण माफी मांगते हैं तो उनकी फिल्में कम से कम दो दिन तक चलेंगी, लेकिन यदि माफी नहीं मांगी गई, तो तेलंगाना में कोई भी फिल्म रिलीज नहीं होगी। यह मैं सिनेमेटोग्राफी मंत्री के रूप में कह रहा हूं।"
वेंकट रेड्डी ने इस बात पर जोर दिया कि यह मामला मेगास्टार चिरंजीवी से संबंधित नहीं है। उन्होंने कहा, "चिरंजीवी एक बहुत ही शांत व्यक्ति हैं और वे विवादों से दूर रहते हैं। यह मुद्दा केवल पवन कल्याण का है।" मंत्री के अनुसार, पवन कल्याण राजनीति में नए हैं और उपमुख्यमंत्री बनने के बाद से लगातार विवादित बयान दे रहे हैं।
तेलंगाना के 12 वर्ष पूरे होने पर पवन कल्याण ने कोनसीमा क्षेत्र में सूखते नारियल के पेड़ों को "बुरी नजर" का प्रभाव बताया था। माना जा रहा है कि यह टिप्पणी राज्य पुनर्गठन की ओर इशारा करती है।
उनके इस बयान से तेलंगाना के नेताओं में गहरी नाराजगी उत्पन्न हुई है।
पशुपालन मंत्री वक्काटि श्रीहरि ने कहा कि पवन कल्याण तेलंगाना के उत्कृष्ट विकास को "पचा नहीं पा रहे" हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उपमुख्यमंत्री राजनीतिक लाभ के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं और उन्हें तुरंत अपने शब्द वापस लेने चाहिए।
कांग्रेस विधायक जे. अनिरुद्ध रेड्डी ने भी पवन कल्याण से बिना शर्त माफी की मांग की। उन्होंने कहा, "यदि तेलंगाना ने गोदावरी और कोनसीमा पर बुरी नजर डाली है, तो पवन कल्याण हैदराबाद में क्यों रह रहे हैं?" उन्होंने चुनौती दी कि पवन कल्याण अपनी हैदराबाद की संपत्ति बेचकर विजयवाड़ा चले जाएं।